US Federal Reserve Cut Interest Rate: अमेरिका में मंदी का खतरा लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में वहां के केंद्रीय बैंक यूएस फेडरल रिजर्व ने बड़ा कदम उठाया है. फेडरल रिजर्व ने बुधवार को ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की मंजूरी दी है. यानी अब अमेरिका में कर्ज लेना पहले की तुलना में थोड़ा सस्ता हो जाएगा.
फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया है कि इस साल के अंत तक वह दो बार और ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. दरअसल, अमेरिका में श्रम बाजार (Job Market) को लेकर गंभीर चिंताएं बनी हुई हैं. नई नौकरियों की रफ्तार धीमी हो गई है और बेरोजगारी बढ़ने का खतरा है. ऐसे में ब्याज दरों में कटौती करके सरकार निवेश और खपत को बढ़ावा देना चाहती है.
ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती
फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) ने 11-1 के बहुमत से ब्याज दर घटाने का फैसला किया है. समिति ने बेंचमार्क ओवरनाइट लेंडिंग रेट को 0.25 प्रतिशत कम करके 4.00–4.25 प्रतिशत के दायरे में कर दिया है.
इस बैठक में केवल नए गवर्नर स्टीफन मिरान ने इस फैसले का विरोध किया. उनका मानना था कि मौजूदा आर्थिक हालात को देखते हुए ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत नहीं बल्कि 0.50 प्रतिशत की कटौती की जानी चाहिए थी.
क्या होगा असर?
कर्ज और होम लोन की ईएमआई घट सकती है, जिससे लोगों के खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी. विदेशी निवेशक फिर से उभरते बाजारों (Emerging Markets) की ओर रुख कर सकते हैं, जिससे शेयर बाजार में तेजी आ सकती है. डॉलर के मुकाबले अन्य मुद्राओं की स्थिति मजबूत हो सकती है, और सोने-तेल जैसी वस्तुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा.
ब्याज दर में कटौती के फैसले के बाद अमेरिकी बाजार में मिलाजुला रिएक्शंस मिला है. डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज जहां 0.65 प्रतिशत चढ़ा. दूसरी तरफ एसएंडपी 500 भी 0.2 प्रतिशत और नैस्डेक कंपोजिट 0.4 प्रतिशत नीचे गिर गया.