Labour Force Survey: भारत के शहरी इलाकों में बेरोजगारी दर लगातार घटती जा रही है. साल 2023 से ही इसमें लगातार गिरावट जारी है. शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे ज्यादा उम्र के लोगों के बीच बेरोजगारी दर अक्टूबर-दिसंबर, 2023 के दौरान घटकर 6.5 फीसदी रह गई. साल 2022 में यही आंकड़ा 7.2 फीसदी रहा था. सांख्यिकी एवं कार्यक्रम मंत्रालय ने यह आंकड़े जारी किए हैं. 


15 साल से ऊपर के लोग किए जाते हैं शामिल 


मंत्रालय के तिमाही लेबर फोर्स सर्वे (Labour Force Survey) के अनुसार, शहरी इलाकों में लोगों को ज्यादा काम मिल रहे हैं. मंत्रालय ने यह सर्वे अप्रैल, 2017 में शुरू किया था. इससे हर तिमाही में लेबर फोर्स डाटा उपलब्ध कराया जाता है. इसमें 15 साल से ऊपर के लोगों को शामिल किया जाता है. हालिया सर्वे के अनुसार, पुरुषों के लिए बेरोजगारी दर अक्टूबर-दिसंबर, 2022 के 6.5 फीसदी से घटकर अक्टूबर-दिसंबर, 2023 में 5.8 फीसदी रह गई. समान अवधि में महिलाओं के लिए बेरोजगारी की दर 9.6 फीसदी से घटकर 8.6 फीसदी रह गई.


वर्कर टू पापुलेशन रेश्यो भी बढ़ा 


इस अवधि में वर्कर टू पापुलेशन रेश्यो (WPR) चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बढ़कर 46.6 फीसदी हो गई. एक साल पहले की समान अवधि में यही आंकड़ा 44.7 फीसदी रहा था. पुरुषों के लिए डब्ल्यूपीआर 68.6 फीसदी से बढ़कर 69.8 फीसदी और महिलाओं के लिए यही आंकड़ा 20.2 फीसदी से बढ़कर 22.9 फीसदी हो गया है. मंत्रालय ने बताया कि अक्टूबर-दिसंबर, 2023 तिमाही में सर्वे के लिए 44,544 परिवारों और 1.69 लाख लोगों से डाटा इकठ्ठा किया गया. 


चार बार किया जाता है चुने हुए घर का दौरा


सांख्यिकी एवं कार्यक्रम मंत्रालय ने बताया कि इस सर्वे के लिए रोटेशनल पैनल सैंपलिंग डिजाइन का इस्तेमाल किया जाता है. इसके तहत शहरी इलाकों में हर चुने हुए घर का दौरा चार बार किया जाता है. इसमें कहा गया है कि रोटेशन की योजना यह सुनिश्चित करती है कि पहले चरण की सैंपलिंग यूनिट्स (FSU) का 75 फीसदी लगातार दो विजिट के बीच मेल खाए. शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर में गिरावट आ रही है. लेबर फोर्स सर्वे का जुलाई-सितंबर 2023 तिमाही का आंकड़ा नवंबर में जारी किया गया था. इसके मुताबिक, बेरोजगारी दर गिरकर 6.6 फीसदी रही थी. अप्रैल-जून 2023 तिमाही के दौरान भी बेरोजगारी 6.6 फीसदी रही थी.


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