कोरोना संक्रमण की पहली लहर जिन उद्योगों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, उनमें होटल, हॉस्पेटिलिटी, टूरिज्म और ट्रैवल उद्योग शामिल हैं. सबसे ज्यादा नुकसान टूरिज्म इंडस्ट्री को हुआ. लोगों के घर से बाहर न निकलने और लॉकडाउन की वजह से इस इंडस्ट्री का बुरा हाल हो गया है. कोरोना की पहली लहर खत्म होने के बाद धीरे-धीरे इसमें कुछ सुधार हुआ था. लोगों ने यात्राएं शुरू की थीं. लेकिन संक्रमण की दूसरी लहर ने इसकी यह रफ्तार भी रोक दी. 


एक करोड़ नौकरियों पर खतरा


टूरिज्म इंडस्ट्री को दूसरी लहर ने झकझोर कर रख दिया है. मौजूदा संकट से इस सेक्टर की एक करोड़ नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है. टूरिज्म इंडस्ट्री सबसे ज्यादा रोजगार देने वाले सेक्टर में शामिल है. कोरोना की दूसरी लहर की वजह से दिसंबर-जनवरी में जो कुछ एडवांस बुकिंग हुई थी वो सभी कैंसिल हो चुकी हैं. यह लगातार दूसरा साल है, जब पीक सीजन में सेक्टर के पास कोई बुकिंग नहीं है. बेरोजगारी का आलम यह है कि इस सेक्टर में काम करने वाले दूसरे सेक्टर में रोजगार खोजने को मजबूर हो गए  हैं. 


एडवांस बुकिंग पूरी तरह कैंसिल, एयरलाइंस पर बैन लगने से मुश्किल बढ़ी 


हालत यह है कि  दिसंबर-जनवरी की एडवांस बुकिंग पुरी तरह कैंसिल हो गई है.  कई देशों ने भारत के साथ एयर बबल समझौता खत्म कर दिया है. डोमेस्टिक-फॉरेन टूरिज्म के लिए फिलहाल पूछ-परख खत्म हो गई है. मिडिल ईस्ट और यूरोपीय देशों ने इंडियन फ्लाइट्स पर बैन लगा दिया है. होटल, टूरिस्ट गाइड, टूर एंड ट्रैवल, ड्राइवर मुश्किल में फंस गए हैं. जनकारों का कहना है कि अब 100 पर्सेंट वैक्सिनेशन पर ही रिवाइवल की उम्मीद है. राज्यों की पाबंदी से और मुश्किल बढ़ी है.


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