नई दिल्लीः फाइनेंशियल एडवाइज़र ना सिर्फ आपके रूपयों की देखभाल करता है बल्कि आपको सलाह देता है कि आपको सही तरह से कहां इंवेस्ट करना चाहिए जिससे आपको अधिक लाभ मिल सके. अगर आप भी अपने फाइनेंस के डिसीज़न लेने के लिए फाइनेंस एडवाइज़र हायर कर रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए. जैसे-

  • फाइनेंशियल एडवाइज़र आपके निवेश और लाभ की जर्नी में सबसे अहम भूमिका निभाता है. ये एक लॉन्‍ग टर्म रिलेशनशिप होती है तो ऐसे में फाइनेंशियल एडवाइज़र का चुनाव करते हुए बहुत सोच-विचार करें.
  • आपको फाइनेंशियल एडवाइज़र के चुनाव के समय उससे कई बार मीटिंग करना जरूरी है.
  • फाइनेंशियल एडवाइज़र की क्वालिफिकेशन, सोच और अनुभव के बारे में जानकारी होनी भी जरूरी है.
  • ये देखें की उसकी दूर तक सोचने की क्षमता कैसी है, क्या वो आपको प्रभावित करती है? क्या आप उस पर आसानी से भरोसा कर सकते हैं.
  • ये भी सुनिश्चित करें कि फाइनेंशियल एडवाइज़र की फीस कितनी है, क्या फिक्स फीस है या फिर वो बोनस के आधार पर चार्ज करते हैं.
  • ये भी पूछें कि वे किस-किस का पोर्ट फोलियो मैनेज करते हैं, या कर चुके हैं.
  • आप चाहे तो उनसे रेफरेंस ले सकते हैं या उनका फीडबैक भी ले सकते हैं, जहां के लिए उन्होंने काम किया है.
  • अपनी कोई भी फाइनेंस की डिटेल शेयर करते समय ध्यान रखें कि फाइनेंशियल एडवाइज़र उसे गुप्त रखे और आपको किसी भी तरह से धोखा ना दें. इसके लिए उनका वैरीफिकेशन भी कर सकते हैं.

ये खबर एक्सपर्ट के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.