Tesla Showroom in Saudi: इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला ने गुरुवार को सऊदी अरब में अपना पहला शोरूम खोला. कंपनी ने रियाद, जेद्दा और दम्माम में शोरूम खोलने का फैसला एक ऐसे में लिया जब दुनियाभर में इसकी कारों की बिक्री में गिरावट आई है. कंपनी के सीईओ एलन मस्क का अमेरिकी सरकार के साथ काम करना भारी पड़ा. उनकी नीतियों से खफा होकर बीते दिनों यूरोप और अमेरिका में टेस्ला की कई कारें भी जलाई गईं, शोरूम पर भी हमला बोला गया. इन सबके साथ ही कंपनी के शेयरों में भी गिरावट आई. 

कई और शहराें में भी शोरूम खोले जाने का प्लान

सऊदी अरब के लिए टेस्ला के कंट्री मैनेजर नसीम अकबरजादा ने कहा, ''आज यहां आधिकारिक तौर पर लॉन्च होने पर हम गर्व महसूस कर रहे हैं.'' उन्होंने शुक्रवार से जिन तीन शहरों में शोरूम खोले गए हैं वहां चार्जिंग स्टेशन खोले जाने की भी जानकारी दी. टेस्ला के शोरूम कई और शहरों में भी आने वाले समय में खोले जाएंगे.

बता दें कि सऊदी अरब और अमेरिका के बीच मजबूत कूटनीतिक, सामरिक और कारोबारी रिश्ता है. ट्रम्प ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ मिलकर दोनों देशों के बीच रिश्ते पर जोर दिया. क्राउन प्रिंस ने भी इस दौरान अमेरिकी व्यापार और निवेश में 600 बिलियन डॉलर का निवेश करने का वादा किया. 

सऊदी में कितनी है EV की डिमांड?

रियाद और बाकी शहरों में टेस्ला के शोरूम के ओपन होते ही बड़ी संख्या में लोग इसे देखने आए. वैसे तो सऊदी में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मांग न के बराबर है क्योंकि एक तो यहां पेट्रोल की कीमत कम (2.33 रियाल या 0.62 डॉलर) है और दूसरी वजह ये कि यहां की धधकती गर्मी में बड़ी तेल-खपत वाली कारों का बोलबाला है.

बिजनेस समाचार आउटलेट अल-इक्तिसादिया के अनुसार, वैसे तो सऊदी का ईवी मार्केट अभी भी छोटा है, लेकिन पिछले साल यह तीन गुना बढ़कर लगभग 800 कारों तक पहुंच गया. सऊदी के इकोनॉमिस्ट मोहम्मद अल-कहतानी ने टेस्ला के इस कदम का भले ही स्वागत किया, लेकिन साथ में उन्होंने यह भी कहा, ''हम शोरूम नहीं चाहते, हम फैक्ट्री चाहते हैं. हम सिर्फ कंजप्शन नहीं, बल्कि प्रोडक्शन प्रॉसेस का हिस्सा बनना चाहते हैं.'' 

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