नई दिल्ली: टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस ने घाटे वाली दूरसंचार यूनिट टाटा टेलीसर्विसेज में अपने कुल 28,651.69 करोड़ रुपये के निवेश को बट्टे खाते में डाल दिया है. शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने यह जानकारी दी. टाटा संस इस समय टाटा टेलीसर्विसेज के मोबाइल यूजर्स कारोबार को भारती एयरटेल को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया में है. साथ ही वह एंटरप्राइज खंड को अलग कर रही है और इसका विलय समूह की नेटवर्किंग यूनिट टाटा कम्युनिकेशंस के साथ करने जा रही है.

टाटा संस ने कहा कि उसके लिए टाटा टेलीसर्विसेज में अपने समूचे 28,651.69 करोड़ रुपये के निवेश को बट्टे खाते में डालना सही है. इसका असर टाटा संस के एकीकृत शुद्ध लाभ पर दिखा है. कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ साल 2017-18 के अंत तक 4,379 करोड़ रुपये रह गया था जो 2016-17 में 18,432 करोड़ रुपये था.

एकल आधार पर टाटा संस का शुद्ध लाभ 2017-18 में छह फीसद से बढ़कर 873 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है और वही साल 2016-17 में 824 करोड़ रुपये था.

टाटा टेलीसर्विसेज को साल 2012 में उस समय झटका लगा था जबकि सुप्रीम कोर्ट ने स्पेक्ट्रम आवंटन में अनियमितता के चलते कंपनी के तीन लाइसेंस रद्द कर दिए थे. शीर्ष अदालत ने इस मामले में कई अन्य कंपनियों के लाइसेंस भी रद्द किए थे.

इस घटनाक्रम के बाद टाटा टेलीसर्विसेज अपनी भागीदारी एनटीटी डोकोमो के साथ विवाद में उलझी रही जिसने दूरसंचार कंपनी से अपने निवेश को निकालने का फैसला किया था. एनटीटी डोकोमो के साथ भागीदारी समाप्त होने के बाद टाटा टेलीसर्विसेज साल 2017 में टाटा संस की सहायक कंपनी बन गई थी.