Swiggy QIP fundraise: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी (Swiggy) 10,000 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने जा रही है. स्विगी लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने क्वॉलिफाइड इंस्टीट्यूश्नल प्लेटसमेंट (QIP) औश्र अन्य तरीकों से 10,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना को मंजूरी दे दी है.
शुक्रवार को एक्सचेंज फाइलिंग में बताया गया, स्विगी को मुख्य रूप से पब्लिक और प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए फंड जुटाने के एक से अधिक तरीकों पर विचार करने के लिए बोर्ड की मंजूरी मिल गई है. इसके लिए कंपनी आम शेयरधारकों से भी मंजूरी लेगी, जिसके लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए असाधारण आम बैठक (EGM) रखी जाएगी.
क्यों कंपनी ने लिया ये फैसला?
फंड जुटाने का यह काम एक ऐसे समय में हो रहा है, जब कंपनी क्विक कॉमर्स सेगमेंट में Blinkit और Zepto जैसे अपने प्रतिद्वंद्वियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही है इसलिए इनके मुकाबले अपनी पोजीशन और बैलेंस शीट को मजबूत बनाने के लिए स्विगी यह कदम उठाने जा रही है.
स्विगी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) राहुल बोथरा ने NDTV प्रॉफिट को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, हमने इस सेक्टर में लगातार बढ़ते निवेश को देखा है. पुराने और नए दोनों ही खिलाड़ी लगातार अधिक से अधिक निवेश आकर्षित कर रहे हैं इसलिए हम इस ग्रोथ कैपिटल को जुटाने की फ्लेक्सिबिलिटी चाहते हैं. उन्होंने आगे कहा, "इसमें से कुछ स्ट्रैटेजिक रिजर्व होगा, जिससे हम अपने क्विक कॉमर्स बिजनेस के ग्रोथ में लगा सकेंगे, साथ ही कुछ ऐसे इनोवेशंस भी हो सकेंगे जिन्हें हम अपने बिजनेस में करना जारी रखेंगे."
सितंबर तिमाही में नतीजे
कारोबारी साल 2025-26 की दूसरी तिमाही में स्विगी का घाटा पिछले साल की समान तिमाही के 626 करोड़ रुपये से बढ़कर 1092 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. हालांकि, इस दौरान ऑपरेशनल रेवेन्यू पिछले साल जुलाई-सितंबर की तिमाही के 3601 करोड़ रुपये से बढ़कर इस साल 5561 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने कारोबारी साल 2026-27 में 20-22 परसेंट रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान लगाया और 550 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ 'खरीदें' की रेटिंग बरकरार रखी.
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