Stock Market Crash: बीते चार कारोबारी सत्र 12 अप्रैल, 2024 के बाद से भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखी गई है. और इस गिरावट के चलते भारतीय निवेशकों की संपत्ति में 9.30 लाख करोड़ रुपये का सेंध लग चुका है. गुरुवार 18 अप्रैल को भारतीय बाजार में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप घटकर 392.89 लाख करोड़ रुपये पर बंद हुआ है जो 10 अप्रैल 2024 को 402.16 लाख करोड़ रुपये रहा था. 


10 अप्रैल को बीएसई सेंसेक्स ने इतिहास रचते हुए पहली बार 75,000 के आंकड़े को छूने में कामयाब रहा था और 75038 के आंकड़े पर इंडेक्स क्लोज हुआ था. लेकिन इसके बाद शेयर बाजार में चार सत्रों में हुई ट्रेडिंग में सेंसेक्स 2500 अंकों से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है.  तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 750 अंकों से ज्यादा फिसल चुका है. 


शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 10 अप्रैल को 402.16 लाख करोड़ रुपये रहा था जो 18 अप्रैल को घटकर 392.89 लाख करोड़ रुपये पर आ चुका है. यानि बाजार में हुए चार ट्रेडिंग सत्र में ही निवेशकों को 9.27 लाख करोड़ रुपये  का नुकसान हो चुका है. 


दरअसल 13 अप्रैल 2024 शनिवार को देर रात ईरान ने इजरायल पर ड्रोन और मिसाइल से हमला बोल दिया. मिडिल ईस्ट बढ़े इस तनाव के चलते सोमवार 15 अप्रैल को से ग्लोबल बाजारों में लगातार गिरावट देखी जा रही है. रूस और यूक्रेन के बीच 26 महीने से युद्ध जारी है उसपर से ईरान और इजरायल के बीच तनाव ने दुनियाभर के फाइनेंशियल मार्केट्स की चिंता बढ़ा दी है. कच्चे तेल समेत दूसरे कमोडिटी के दामों में उछाल की संभावना जताई जा रही है. तो ग्लोबल सप्लाई चेन भी प्रभावित हो सकता है. जिसके चलते दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट देखी जा रही है. अमेरिका में महंगाई दर में उछाल के बाद वहां के सेंट्रल बैंक के ब्याज दरों में कटौती में देरी की संभावना भी शेयर बाजार में गिरावट की बड़ी वजहों में शामिल है और इससे भारतीय बाजार भी अछूता नहीं है. 


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