Startup in India: लेंसकार्ट (Lenskart) के सीईओ और बिजनेस रियलिटी शो शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India) के मशहूर जज पीयूष बंसल (Peyush Bansal) ने स्टार्टअप करने के लिए तैयार बैठे लोगों को राह दिखाई है. उन्होंने कहा कि फिलहाल मेडिकल, स्पोर्ट्स और एचआर टेक जैसे तीन सेक्टर में निवेश और इनोवेशन की बहुत संभावनाएं हैं. दिल्ली में स्टार्टअप महाकुंभ (Startup Mahakumbh) को संबोधित करते हुए पीयूष बंसल ने कहा कि अभी देश में कई ऐसी समस्याएं हैं, जिनका हल अभी तक नहीं निकला है. इसलिए युवाओं के पास स्टार्टअप करने के बहुत मौके हैं. 


इन तीन सेक्टर में होगी सबसे ज्यादा तरक्की 


पीयूष बंसल ने कहा कि मेडिकल सेक्टर में अभी मरीजों को एडमिट करने, उनका इलाज और डिस्चार्ज करने में पारदर्शिता की कमी है. इसमें बदलाव लाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स इंडस्ट्री में भी कोविड-19 के बाद बहुत बदलाव आए हैं. भारत में स्पोर्ट्स को लेकर लोगों की रुचि बढ़ी है. लाइफस्टाइल में बदलाव आ रहे हैं. लोग साइकिलिंग, रनिंग और खेलों में बहुत दिलचस्पी ले रहे हैं. इस सेक्टर में बहुत अवसर हैं.  इसी तरह से एचआर टेक भी संभावनाओं से भरा सेक्टर है. आज से पहले कर्मचारियों को कभी इतनी तवज्जो नहीं दी गई. स्टार्टअप से लेकर बड़े कारोबार भी अच्छे लोगों को अपने साथ जोड़ने और उन्हें रोके रखने के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं. इसलिए इस सेक्टर में भी स्टार्टअप करने की बहुत संभावनाएं हैं.


जोमाटो से बड़ा हो जाएगा ब्लिंकिट का बिजनेस 


भारत मंडपम में स्टार्टअप महाकुंभ को संबोधित करते हुए जोमाटो के फाउंडर एवं सीईओ दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) ने कहा कि क्विक कॉमर्स सर्विस ब्लिंकिट (Blinkit) एक साल में फूड डिलीवरी बिजनेस से भी बड़ी हो जाएगी. ब्लिंकिट का सीधा मुकाबला जेप्टो (Zepto) और स्विगी के इंस्टामार्ट (Swiggy Instamart) से है. फ्लिपकार्ट (Flipkart) भी जल्द ही अपनी क्विक कॉमर्स सर्विस शुरू करने वाली है. इस सेक्टर में तगड़ी प्रतिस्पर्धा होने वाली है. 


बिजनेस मॉडल 10 से 20 साल में जरूर बदलेगा


दीपिंदर गोयल ने कहा कि अब कोई भी बिजनेस मॉडल 10 से 20 साल से ज्यादा नहीं चलेगा इसलिए आपको हमेशा नए बिजनेस मॉडल बनाने पर ध्यान देना होगा. जोमाटो अपनी 16 साल की यात्रा के दौरान वर्जन 4 में पहुंच चुकी है. हर कारोबार में बदलाव आएंगे. अगर हमें कभी भी लगा कि अब कुछ नहीं बदलने वाला तो हम नष्ट हो जाएंगे. उन्होंने कोविड-19 के दौरान आई समस्याओं को अपने सफर का सबसे कठिन हिस्सा भी बताया. 


ये भी पढ़ें 


RuPay Card: सिंगापुर और यूएई में दौड़ रहा रुपे कार्ड आखिर क्यों श्रीलंका में अटक गया, फंसा है छोटा सा पेंच