Startup Classroom: हम लोगों ने इससे पहले वाले आर्टिकल में समझा कि अगर आपके एंप्लाई आपकी कंपनी को छोड़कर जा रहे हैं तो किस तरह का नुकसान हो सकता है. अब ये बात बहुत समझने और समझाने की नही है कि एक अच्छी टीम कितनी जरुरी होती है, एक बड़ा स्टार्टअप बिल्ड करने के लिए. आपने कई बार पढ़ा होगा कि विश्व की कुछ बड़ी कंपनियां किस तरह से महज छोटी टीम्स के साथ बहुत बड़ा काम कर रही हैं. आज जानते हैं कि आप एक अच्छी टीम कैसे बिल्ड कर सकते हैं, एक ऐसी टीम जो आपके साथ आपके विजन को ना सिर्फ आगे बढ़ाये बल्कि एक बेहतर कल्चर भी डेवेलप करने में मदद करे. 


सेलेक्शन के समय ध्यान दें


टीम की ट्रेनिग, कल्चर, प्लानिंग, इन सबसे पहले सबसे अहम् है कि आप कैसे लोगों की हायरिंग करते हैं, अगर हायरिंग में ही ध्यान दे दिया जाये तो बाद के काम थोड़े आसान हो जाते हैं. एक बात समझनी पड़ेगी कि स्टार्टअप में काम करना आसान नहीं होता है, यहां वो लोग बिल्कुल काम नहीं कर पाएंगे जो एक सेट पैटर्न या टाइम में काम करना पसंद करते हैं. स्टार्टअप में काम करना exciting तो होता है, साथ ही स्ट्रेस से भरा हुआ भी होता है. तो हायरिंग के दौरान ही आप ऐसे लोगों को चुने जो इस तरह के वर्क एन्वायरमेंट में काम करना चाहते हैं. बेहतर है, कि आप अपनी कंपनी की जरूरतों, काम करने के तरीकों की एक पूरी लिस्ट बनाकर रखें और कैंडिडेट को शुरू में ही सब साफ़ साफ़ बता दें जिससे कि बाद में उसे कोई सरप्राइज ना मिले, ऐसे में जो लोग आपकी कंपनी में आयेंगे उनका माइंडसेट पहले से बना रहेगा.


टीम को समय दें


बहुत से लोग अच्छे टेलेंट हायर तो कर लेते हैं लेकिन उन्हें सेटल होने के लिए वक्त नहीं देते हैं, ऐसे में एंप्लाई और एंप्लॉयर दोनों के लिए ही मामला स्ट्रेस वाला हो जाता है, नतीजन एंप्लाई कोई और जॉब खोजने लगता है और आप फिर से एक नए एंप्लाई की तलाश में जुट जाते हैं. एक टीम को ठीक तरह से ट्रेन और उसे एडजस्ट होने के लिए कम से कम 3-5 महीने लग जाते हैं, तब तक आपको उसके साथ समय स्पेंड करना पड़ेगा, उसे ट्रेन करना पड़ेगा, उसको उसके डेवलपमेंट के बारे में फीडबैक शेयर करते रहना पड़ेगा.


टीम पर भरोसा रखें


आपने Kaagaz ऐप (स्टार्टअप) के बारे में सुना ही होगा, 2 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड हैं, PDF स्कैनिंग, PDF रीडर, PDF एडिटिंग के मामले में देश की बड़ी कंपनियों में से एक है. इसके को-फाउंडर Gaurav Shrishrimal बताते हैं कि इनकी टोटल टीम साइज महज 11 लोगों की हैं जिसमे 3 को-फाउंडर्स भी हैं, आप सोचिए, इतना बड़ा स्टार्टअप और इतनी छोटी टीम. गौरव बताते हैं कि टीम पर भरोसा रखना एक अच्छी टीम बनाने के लिए बहुत जरुरी होता है, बहुत बार हम अच्छे लोगों को हायर तो कर लेते हैं लेकिन उनपर भरोसा नहीं दिखा पाते हैं, इससे टीम में कॉन्फिडेंस नहीं आ पाता है, और जिस टीम में कॉन्फिडेंस नहीं होगा वो कभी भी एक सॉलिड प्रोडक्ट डेवेलप नहीं कर पाएंगी. 


टीम की भी सुनें


बहुत बार देखा गया है कि स्टार्टअप फाउंडर्स टीम को सुनने या बोलने का बहुत मौका नहीं देते हैं, गौरव आगे बताते हैं कि अगर टीम में क्लियर कम्युनिकेशन नहीं है तो टीम बॉन्डिंग तो बहुत दूर इसका सीधा असर टीम के मोटिवेशन और काम पर दिखेगा. अपने टीम में भरोसे के साथ साथ उनके आइडियाज में भी भरोसा दिखाएं. आईडिया का सही या गलत होना-पास या फेल होना, ये डिस्कशन में साबित हो सकता है लेकिन अगर आप आपनी टीम को इतना स्पेस देते हैं कि वो भी अपना आईडिया शेयर कर सकें तो जाहिर तौर पर उनके काम करने में मज़ा आएगा और साथ ही वो अपने आपको भी कंपनी का हिस्सा मानेंगे.   


इसके अलावा टीम में बॉन्डिंग और स्ट्रेंथ लाने के लिए, जिम्मेदारियां डिफाइन होना, लगातार ट्रेनिंग का होना, कुछ वक्त हंसी मजाक को देना और अहम बात सही काम को बिना देर किये रिवॉर्ड और रिकॉगनाइज करना बहुत जरुरी है. साथ ही लीडर्स को ध्यान देना चाहिए कि वो समय समय पर अपने लीडरशिप के बारे में भी फीडबैक लेते रहें जिससे आपके लोग आपके साथ बने रहें और आप एक स्मॉल टीम के साथ भी बड़ा काम कर सकें.



नोटः लेखक Skilling You के संस्‍थापक और सीईओ हैं, प्रकाशित विचार उनके निजी हैं.


ये भी पढ़ें


Netweb Technologies IPO: नेटवेब टेक्नोलॉजीज के आईपीओ को अच्छा रिस्पॉन्स, GMP दिखा रहा कमाल