Sovereign Gold Bond Scheme 2023-24 Series III: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (SBG) की सीरीज III आज लॉन्च हो गई है. कुछ दिन पहले 30 नवंबर को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की पहली किस्त यानी नवंबर 2015 की किस्त रिडीम हुई जिसने बंपर मुनाफा दिया है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किया जाता है. आपको भी अगर बाजार भाव से सस्ता सोना खरीदना है और शानदार रिटर्न कमाना है तो इस आर्टिकल में सारी जानकारी बताई गई है. 

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) सीरीज III की डिटेल्स

  • 18 दिसंबर से 22 दिसंबर तक एसजीबी स्कीम 2023-2024 सीरीज 3 खुली रहेगी.
  • आरबीआई ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सीरीज III की कीमत 6199 रुपये प्रति ग्राम तय की है.
  • सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2023-24 सीरीज III इस साल की आखिरी SGB स्कीम है.

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड कहां से और कैसे खरीदें

एसजीबी में गोल्ड खरीदने के लिए मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों NSE, BSE, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड यानी (SHCIL), पोस्ट ऑफिस और कमर्शियल बैंकों से आप खरीद सकते हैं. वहीं क्लियरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया से भी ले सकते हैं.

इस बार का इश्यू प्राइस कितना है

रिजर्व बैंक गोल्ड स्कीम के लिए इश्यू प्राइस 6199 रुपये प्रति ग्राम की दर से तय हुआ है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में ऑनलाइन माध्यम से निवेश करने वालों को प्राइस में प्रति ग्राम 50 रुपये की अतिरिक्त छूट मिलेगी. डिजिटल मोड से एसजीबी लेने पर 50 रुपये प्रति ग्राम के हिसाब से छूट हर बार मिलती है.  

कितना सोना खरीद सकते हैं?

इस स्कीम के तहत आप कम से 1 ग्राम और अधिकतम 4 किलोग्राम तक सोना एक साल में खरीद सकते हैं. वहीं ट्रस्ट और संस्थाएं एक साल में 20 किलो सोना खरीद सकते हैं. 

कैसे तय होते हैं SGB के गोल्ड रेट

इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आखिरी तीन वर्किंग डेज के सोने के औसत दाम के हिसाब से ही गोल्ड बॉन्ड में गोल्ड रेट तय किया जाता है. यानी 13-14 और 15 दिसंबर के सोने के औसत रेट के बेस पर बॉन्ड की नॉमिनल वैल्यू 6199 रुपये तय की गई है.

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की खास बातें

  1. इस स्कीम के तहत आप सोने में कुल आठ साल के लिए निवेश कर सकते हैं
  2. इसमें पांच साल के बाद एग्जिट लेने का विकल्प भी मिलता है. 
  3. SGB में निवेश करने पर आपको प्रति वर्ष 2.50 फीसदी ब्याज दर का लाभ भी मिलता है.
  4. इस इंटरेस्ट का पेमेंट छमाही आधार पर होता है.
  5. सरकार ने पहली बार इस स्कीम को नवंबर 2015 में शुरू किया था. 

SGB निवेश के लिए आम लोगों को क्या चाहिए?

SGB खरीदने के लिए ऑनलाइन मोड से लेने वालों के पास डीमैट अकाउंट होना चाहिए. केवाईसी अनिवार्य है और पैन कार्ड होना भी जरूरी है. 

साल 2015 में पैसा लगाने वालों को मिला 128 फीसदी का मुनाफा

आरबीआई ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की पहली किस्त नवंबर 2015 में पेश की थी. साल 2015 में पेश की गई पहली किस्त यानी SGB 2015-I में 2684 रुपये प्रति ग्राम की दर से सोना मिला था. 30 नवंबर 2023 को पहली किस्त मैच्योर हुई है जिसमें रिडेम्पशन का दाम 6132 रुपये प्रति यूनिट तय हुआ है. यानी सीधा 128.5 फीसदी का मुनाफा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में मिला है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इस स्कीम को नवंबर 2015 से ला रहा है. 

कैसे तय होती है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की रिडीम कीमत

आरबीआई गाइडलाइंस के मुताबिक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम का मैच्योरिटी रेट यानी रिडेम्पशन प्राइस मैच्योरिटी डेट से ठीक पहले वाले हफ्ते की औसत कीमत के हिसाब से तय होता है. यानी 20-24 नवंबर 2023 के दौरान सोने की औसत कीमत के हिसाब से पहली किस्त का मैच्योरिटी प्राइस तय किया गया और निवेशकों को बंपर मुनाफा मिला है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्यारिटी आठ साल में होती है.

जानें अगली किस्त कब खुलेगी

वित्त मंत्रालय ने कुछ समय पहले नोटिफिकेशन से बताया था कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की तीसरी किस्त 18 दिसंबर से 22 दिसंबर के बीच जबकि चौथी सीरीज 12 फरवरी से 16 फरवरी 2024 के बीच सब्सक्राइब कर पाएंगे. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की अगली सीरीज IV फरवरी में 12-16 फरवरी 2024 के बीच खुलेगी. वहीं एसजीबी- सीरीज I और II इस साल 19-23 जून और 11-15 सितंबर के दौरान खुले थे.

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