एयर इंडिया को खरीदने की कोशिश में सिंगापुर एयरलाइंस टाटा ग्रुप के साथ नहीं होगी. टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया के लिए बोली लगाने के लिए सिंगापुर एयरलाइंस को साथ लेने की कोशिश की थी. उसका इरादा दोनों के ज्वाइंट वेंचर विस्तारा के जरिये एयर इंडिया के लिए बोली लगाने का था. लेकिन अब खबरों के मुताबिक सिंगापुर एयरलाइंस इसके लिए तैयार नहीं दिखती. विस्तारा के जरिये सौदा हासिल करने में अड़चन सिंगापुर एयरलाइंस ने इस सौदे के लिए टाटा ग्रुप को 'नॉन कंपीट' क्लॉज से मुक्त कर दिया था. लेकिन टाटा समूह चाहता था एयर इंडिया को खरीदने के सौदे में वह भी साथ आए. टाटा ग्रुप सिंगापुर एयरलाइंस के साथ अपने ज्वाइंट वेंचर विस्तारा के जरिये इस सौदे को हासिल करना चाहता था. इकनॉमिक टाइम्स की एक खबर के मुताबिक सिंगापुर एयरलाइंस शायद इसलिए इस सौदे में नहीं आना चाहती क्योंकि एयर इंडिया को लॉन्ग टर्म फंड की जरूरत है. एयर इंडिया की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है. इसलिए सिंगापुर एयरलाइंस इस सौदे में टाटा ग्रुप के साथ आने में हिचक रही है. एयर एशिया की इंडिया यूनिट से सौदा हासिल करने की कोशिश अगर सिंगापुर एयरलाइंस एयर इंडिया को खरीदने के लिए टाटा ग्रुप के साथ नहीं आती है तो उसे एयर एशिया की अपनी यूनिट से बोली लगानी पड़ सकती है. टाटा समूह ने इस यूनिट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ानी शुरू कर दी है. इससे एयर एशिया बीएचडी की हिस्सेदारी इसमें कम हो रही है. इसके जरिये एयर इंडिया के लिए बोली लगाने में थोड़ी कानूनी अड़चन आ सकती है लेकिन टाटा ग्रुप इसे सुलझाने की कोशिश कर सकती है. Budget Session: वित्त मंत्री आज पेश करेंगी आर्थिक सर्वेक्षण, 18 विपक्षी दलों ने किया राष्ट्रपति के अभिभाषण के बहिष्कार का एलान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पिछले साल नवंबर में बढ़कर 8.51 अरब डॉलर रहा