मुंबई: वैश्विक स्तर पर अमेरिकी मुद्रा में मजबूती से रुपया आज शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 29 पैसे लुढ़क कर 72.49 रुपये प्रति डॉलर पर रह गया. मुद्रा डीलरों का कहना है कि चीन और अमेरिका के बीच व्यापार मुद्दे पर चल रही बातचीत रद्द होने की खबरों से अन्य प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती रही. इसका असर रुपये पर भी देखने को मिला. अमेरिका- चीन के बीच बातचीत बंद करने के बाद व्यापारियों का अनुमान है कि इससे दोनों देशों के बीच टैरिफ और बढ़ेगी. शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में गिरावट इसके अलावा शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार में उतार-चढ़ाव से भी रुपये पर दबाव रहा. इससे पहले शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 17 पैसे मजबूत होकर 72.20 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. इस बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज शुरुआती कारोबार में बढ़त के साथ 36,924.72 अंक पर खुला और थोड़ी देर बाद 124.14 अंक यानी 0.33 प्रतिशत गिरकर 36,717.46 अंक पर आ गया. इस साल अभी तक भारतीय रुपए में 11.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा चुकी है. भारतीय रुपए के अलावा अन्य एशियाई देशों की करेंसी में भी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. भारतीय रुपए के लगातार गिरने से देश के लिए राजकोषीय घाटे के टारगेट को बनाए रखना मुश्किल होगा. पेट्रोल- डीजल की कीमतों में भी जारी वृद्धि के कारण भारतीय रुपए पर लगातार बोझ बढ़ता जा रहा है. भारत सरकार ने रुपए पर बढ़ते तनाव को कम करने के लिए कुछ कदम उठाएं हैं. इससे गिरते रुपए में मजबूती आने की संभावना है. गिरते रुपये का असर, टोयोटा और मर्सिडीज बेंज बढ़ा सकती हैं गाड़ियों के दाम ये भी देखें-