Ideas of India 2025: आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2025 के चौथे संस्करण में पहुंचे RSS के सरकार्यवाह अरुण कुमार ने संघ और भाजपा की सरकार पर कई सवालों के जवाब दिए. आज के सेशन का थीम रखा गया 'Understanding RSS'. आइए इस सत्र में पूछे गए कुछ सवाल और उनके जवाब पर एक नजर डालते हैं. 

क्या RSS एक कट्टर संगठन है? 

इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि आरएसएस के विरोधी इसे एक कट्टर संगठन मानते हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए अरुण कुमार ने कहा, ''हमारा कोई विरोधी नहीं है. हम मानते हैं कि संघ में दो ही तरह के लोग हैं, एक जो संघ में आ गए हैं और एक जो संघ में आना बाकी है.'' उन्होंने कहा कि कभी-कभी हमें जो विरोधी लगते भी हैं उन्हें हम अपनी कमी मानते हैं कि इतने साल में  हम उन तक पहुंच नहीं पाएं और जिस दिन हम उन तक पहुंच जाएंगे उस दिन वे भी हमारे हो जाएंगे, उनकी सोच भी बदल जाएगी इसलिए विरोधी कोई नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कोई कट्टरवादी है तो वह 100 साल तक टिका नहीं रह सकता और संघ में तरह-तरह के लोग हैं. 

संघ से जुड़ने का क्या है प्रॉसेस?

समिट में जब उनसे पूछा गया कि आम लोग संघ से कैसे जुड़े?  इस सवाल के जवाब में सरकार्यवाह ने कहा, ''संघ से जुड़ने के दो ही तरीके हैं. एक तो संघ ही लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है. हमारी वेबसाइट पर जॉइन आरएएसएस चलता है. इसके लिए लोग हमसे जुड़ सकते हैं. हर महीने लगभग 10,000 से अधिक लोगों का संघ से जुड़ने का आवेदन आता है. हमारे संघ में कोई भी आ सकता है कोई पूर्व शर्त नहीं है. कोई मेंबरशिप या फीस नहीं है. हम लोगों से मित्रता करते हैं और उसके मन के अंदर देश या समाज के लिए कुछ करने की भावना लाते हैं. इसके आधार पर लोग खुद भी जुड़ते हैं और दूसरों को भी जोड़ता जाता है. संघ अपने सदस्यों को भी हर महीने कम से कम एक व्यक्ति को संघ से जोड़ने की सलाह देता है.'' इसी के साथ प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट में RSS के लोगों की अधिकता के सवाल पर उन्होंने कहा, ''मोदी जी ने जिन्हें कैबिनेट में शामिल किया है, वे जनता के प्रतिनिधि हैं और उन्हें लोगों ने वोट देकर जिताया है.''

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