ऐप बेस्ड कैब सर्विसेज देने वाली कंपनी उबर ने भारत में अपने परिचालन के 10 साल पूरे कर लिए हैं. इस मौके पर कंपनी एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कई दिलचस्प आंकड़े दिए गए हैं. कंपनी ने बताया है कि उसने भारत में अपने 10 साल के परिचालन में ड्राइवरों को 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई करने में मदद की है.


सर्वे के आधार पर तैयार हुई रिपोर्ट


कंपनी की रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है कि उसने भारत में ट्रैवल में क्रांतिकारी बदलाव किया है और 90 फीसदी भारतीय ऐसा मानते हैं. उबर ने इस सप्ताह जारी रिपोर्ट को अपने ड्राइवर पार्टनर और यूजर्स के सर्वे के आधार पर तैयार किया है. सर्वे के अनुसार, उबर ने न सिर्फ भारतीयों के ट्रैवल के अनुभव को बेहतर बनाया है, बल्कि साथ ही साथ उसने रोजगार का एक नया मॉडल भी तैयार किया है.


ड्राइवरों के लिए तैयार हुए आर्थिक अवसर


उबर के अनुसार, उसके एम्पलॉयमेंट मॉडल में ड्राइवर एक सरल फ्रेमवर्क पर चलने वाले उसके सिस्टम के जरिए रजिस्टर होते हैं और फिर उन्हें ऐप के माध्यम से उबर के यूजर्स के साथ कनेक्ट किया जाता है. यूजर ट्रिप के बदले जो भुगतान करते हैं, उससे ड्राइवर पार्टनर्स की कमाई होती है. इस मॉडल के जरिए उबर के ड्राइवर पार्टनर्स ने पिछले 10 सालों में 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की है. इस तरह उनके लिए नए आर्थिक अवसर तैयार हुए हैं.


इस तरह से कंपनी ने की पर्यावरण की मदद


राइड हेलिंग ऐप कंपनी का दावा है कि उसने ड्राइवरों के लिए कमाई के नए आयाम तैयार करने और लोगों के लिए यात्रा के अनुभव को आसान बनाने के साथ-साथ पर्यावरण को लेकर भी योगदान दिया है. पिछले 10 सालों के परिचालन में उसने सड़कों पर कारों की संख्या कम करने में मदद की है. इससे अंतत: कारों के चलने से होने वाले उत्सर्जन को कम करने में मदद मिली है, जो पर्यावरण के लिए मददगार साबित हुआ है. सर्वे के अनुसार, आसानी से कैब उपलब्ध होने के चलते 72 फीसदी लोगों ने कार खरीदने के निर्णय को टाला या उसपर पुनर्विचार किया.


2040 तक उत्सर्जन शून्य करने का लक्ष्य


उबर भारत में सबसे ज्यादा लोकप्रिय राइड हेडिंग ऐप में से एक है. अभी कंपनी देश के 125 से ज्यादा शहरों में सेवाएं दे रही है और उसके पास 10 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर हैं. कंपनी के साथ अभी 30 लाख से ज्यादा ऐसे ड्राइवर पार्टनर जुड़े हुए हैं, जिन्होंने उबर ऐप के जरिए कमाई की है. उबर के अनुसार, भारत में उसके 10 साल के परिचालन में उसके ड्राइवर पार्टनर्स ने अब तक 300 करोड़ से ज्यादा ट्रिप पूरी की है. कंपनी ने 4 करोड़ किलोमीटर से ज्यादा की जर्नी इलेक्ट्रिक व्हीकल से पूरी कराई है. उबर का टारगेट 2040 तक जीरो-इमिशन प्लेटफॉर्म बनने का है.


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