Reliance Power: अनिल अंबानी (Anil Ambani) की अगुवाई वाली कंपनी रिलायंस पावर (Reliance Power) की सब्सिडियरी कंपनी रिलायंस एनयू एनर्जीज प्राइवेट लिमिटेड (Reliance NU Energies Pvt Ltd) के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है. दरअसल, कंपनी को SJVN लिमिटेड से एक ऑर्डर मिला है. कंपनी ने बताया कि उसे 10 नवंबर को फर्म एंड डिस्पैचेबल रिन्यूएबल एनर्जी (FDRE) स्कीम के तहत 750 MW/3000 MWh का ऑर्डर मिला है, जो टेंडर अलॉटमेंट का 50 परसेंट हिस्सा है.
टेंडर को 3.3 गुना ओवरसब्सक्राइब किया गया, जो रिन्यूएबल एनर्जी के प्रोजेक्ट्स में कंपनियों की दिलचस्पी को दर्शाता है. इस प्रोजेक्ट का मकसद हाइब्रिड और स्टोरेज बेस्ड सॉल्यूशंस की मदद से चौबीसों घंटे रिन्यूएबल एनर्जी जेनरेट करना है. बता दें कि इस ई-ऑक्शन में रिलायंस एनयू एनर्जीज 6.74 रुपये प्रति किलोवाट घंटा के मिनिमम टैरिफ के साथ सबसे बड़ी विजेता बनकर उभरी.
अनिल अंबानी को राहत
इस डील के बाद रिलायंस ग्रुप सोलर-प्लस-स्टोरेज सेगमेंट में सबसे बड़ा खिलाड़ी बनकर उभरा है. कंपनी के पास अभी चार टेंडर हैं, जिन पर काम चल रहा है. इसकी टोटल कैपेसिटी 4 गीगावाट प्रति घंटा (GWp) से अधिक सोलर एनर्जी और 6.5 गीगावाट प्रति घंटा (BESS) है. कंपनी ने यह मुकाम एक साल से भी कम समय में हासिल किया है. मनी लॉन्ड्रिंग और लोन फ्रॉड मामले में मुश्किलों का सामना कर रहे अनिल अंबानी के लिए यह खबर किसी राहत से कम नहीं है कि उनकी कंपनी लगातार रिन्यूएबल एनर्जी के सेगमेंट में आगे बढ़ रही है.
Reliance Power का Q2 नतीजा
कारोबारी साल 2025-26 की सितंबर तिमाही में रिलायंस पावर का नेट प्रॉफिट 87 करोड़ रुपये दर्ज किया गया. जबकि पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को 352 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. इस दौरान कंपनी का टोटल इनकम भी पिछले साल की समान तिमाही के 1963 करोड़ रुपये से बढ़कर 2067 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
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