ट्रंप के टैरिफ खौफ की वजह से नए वित्त वर्ष की शुरुआत अच्छी नहीं रही. एक तरफ जहां अमेरिकी स्टॉक मार्केट से लेकर एशियन शेयर बाजार तक निवेशकों में हड़कंप का माहौल बना रहा तो वहीं दूसरी तरफ गोल्ड की बढ़ती कीमतों ने निवेशकों को चौंकाया. हालांकि, बाद में चीन के जवाब टैरिफ के बाद सोना और चांद की कीमतों में भी गिरावट देखने को मिली है. यानी, टैरिफ के चलते बेस मेटल्स से लेकर शेयर मार्केट और गोल्ड सभी पर साफ असर दिखा.
हालांकि, अब सोमवार को लोगों की नजर है कि आखिर क्या कुछ बाजार का हाल रहेगा. आइये जानते है वो कौन से पांच फैक्टर हैं, जो इस हफ्ते बाजार की दशा तय करने वाले हैं.
RBI एमपीसी मीटिंग
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की 7 से 9 अप्रैल को मीटिंग होगी, 9 तारीख को नतीजे आएंगे. हालांकि, ऐसी उम्मीद की जा रही है कि इस बार आरबीआई की तरफ से 25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती हो सकती है. अगर ऐसा हुआ तो बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत होगा. इसके साथ ही, खुदरा महंगाई और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े 11 अप्रैल को जारी किए जाएंगे. इससे भी काफी हद तक भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को समझने में मदद मिलेगी.
टैरिफ इफैक्ट्स
टैरिफ के मार्केट इफैक्ट्स पर भी इस हफ्ते फोकस रहेगा. पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से लगाए गए टैरिफ के बाद जहां इसकी काफी आलोचना हुई तो वहीं चीन ने भी पलटवार करते हुए सभी अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर 34 प्रतिशत का टैरिफ लगाया है. इक्विटी और कॉमोडिटी बाजारों में भी शुक्रवार को बाजारों में भारी गिरावट देखी गई. भारत के ऊपर अमेरिका ने 26 प्रतिशत का डिस्काउंटेड टैरिफ लगाया है, जो अन्य एशियाई देशों की तुलना में कम है.
फेडरल रिजर्व की बैठक
बाजार की दिशा तय करने में अमेरिकी फेडरल रिजर् की मार्च के महीने में बैठक के मिनट्स की भी अहम भूमिका रहने वाली है. आर्थिक वृद्धि और नौकरी के साथ ही निवेशक दर में कटौती के आंकड़ों पर संकेतों की तलाश की जाएगी. हालांकि, शुक्रवार को फेड चेयर जेरोम पॉवेल ने कहा था कि टैरिफ की वजह से महंगाई बढ़ सकती है और आर्थिक रफ्तर सुस्त रह सकती है.
ऑयल प्राइस और फॉरेन इन्वेस्टमेंट
शेयर बाजार में हलचल के बीच तेल की कीमतों में गिरावट देखी गई और ये 65.58 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई, यानी 2021 के अगस्त के बाद का ये सबसे निचला स्तर है. इसके साथ ही, FII ने पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजारों में 13 हजार 730 करोड़ रुपये की बिकवाली की, तो वहीं डीआईआई ने 5 हजार 633 करोड़ रुपये की खरीदारी की. इसके अलावा, अमेरिकी बॉण्ड यील्ड और डॉलर इंडेक्स में भी गिरावट दर्ज हुई है.
आईपीओ पर नजर
प्राइमरी मार्केट में इस हफ्ते कोई नया आईपीओ नहीं आने वाला है. Spinaroo Commercial और Infonative Solutions के शेयरों में 8 अप्रैल से ट्रेडिंग शुरू होगी, जबकि Retaggio Industries का एसएमई सेगमेंट में डेब्ल्यू 7 अप्रैल से होगा.