Moody's keeps India's Baa3 Rating Unchanged: घरेलू मोर्चे पर लगातार आ रही रुपये में गिरावट और हाई अमेरिकी टैरिफ का सामना कर रहे भारत के लिए यह खबर सुकून देने वाली है. मूडीज़ रेटिंग्स ने भारत की दीर्घकालिक स्थानीय और विदेशी मुद्रा जारीकर्ता रेटिंग को Baa3 पर स्थिर आउटलुक के साथ बरकरार रखा है. रेटिंग एजेंसी ने स्थानीय मुद्रा senior unsecured रेटिंग को भी उसी स्तर पर अपरिवर्तित रखा है. मूडीज़ के अनुसार, स्थिर आउटलुक भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं और सुधारते वित्तीय संकेतकों को दर्शाता है, हालांकि ऋण से जुड़े कुछ चुनौतियां बनी हुई हैं.

Continues below advertisement

Baa3 रेटिंग बरकरार 

अमेरिकी रेटिंग एजेंसी का कहना है कि स्थिर आउटलुक भारत के धीरे-धीरे सुधरते वित्तीय मानकों और सहकर्मी देशों की तुलना में मजबूत वृद्धि की संभावनाओं को शामिल करता है. हालांकि, अनिश्चित वैश्विक मैक्रोइकॉनॉमिक परिस्थितियों में राजस्व घटाने वाले उपाय और वित्तीय अनुकूलन ऋण में कमी की प्रगति को रोक सकते हैं और पहले से कमजोर ऋण क्षमता को और चुनौती दे सकते हैं.

Continues below advertisement

रिपोर्ट में कहा गया कि ये मजबूती प्रतिकूल बाहरी रुझानों के प्रति लचीलापन प्रदान करती है, खासकर जब ऊंचे अमेरिकी शुल्क और अन्य अंतरराष्ट्रीय नीतिगत कदम भारत की विनिर्माण निवेश आकर्षित करने की क्षमता में बाधा डालते हैं. हालांकि, एजेंसी ने यह भी कहा कि भारत की ऋण क्षमता राजकोषीय पक्ष की दीर्घकालिक कमजोरियों से संतुलित है. अच्छी जीडीपी वृद्धि और क्रमिक राजकोषीय मजबूती सरकार के ऊंचे ऋण बोझ में बहुत कम कमी ला पाएगी.

बनी रहेगी ऋण लेने की क्षमताएं 

निजी उपभोग को बढ़ावा देने के हाल के राजकोषीय उपायों ने सरकार के राजस्व आधार को कमजोर किया है. एजेंसी ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत की दीर्घकालिक स्थानीय-मुद्रा (एलसी) बॉन्ड सीमा ए2 और दीर्घकालिक विदेशी-मुद्रा (एफसी) बॉन्ड सीमा ए3 पर अपरिवर्तित बनी हुई है. गौरतलब है कि इससे पहले 14 अगस्त को एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत की सरकारी साख को 'बीबीबी-' से बढ़ाकर 'बीबीबी' कर दिया था.

क्या है Baa3?

Baa3, मूडीज़ की रेटिंग स्केल पर सबसे निचली इन्वेस्टमेंट ग्रेड रेटिंग है. इसका मतलब है कि भारत के बॉन्ड और ऋण साधन अभी भी निवेश योग्य माने जाते हैं, यानी इन्हें बहुत जोखिम भरा नहीं समझा जाता, लेकिन यह श्रेणी के निचले स्तर पर हैं. यदि रेटिंग Baa3 से नीचे जाती है, तो इसे "जंक" स्टेटस माना जाएगा, जिससे सरकार और कंपनियों के लिए उधार लेने की लागत बढ़ जाएगी. "स्थिर" आउटलुक का मतलब है कि मूडीज़ निकट भविष्य में इस रेटिंग में बदलाव की संभावना नहीं देखता, न ऊपर की ओर और न नीचे की ओर.

ये भी पढ़ें: क्या इस साल चौथी बार रेपो रेट में कटौती? कमजोर होते रुपये के बीच क्या है ब्रोकरेज फर्म्स की राय