राजस्थान के करोड़ों लोगों को आज सोमवार की सुबह बड़ी राहत मिली. डीजल और पेट्रोल की आपूर्ति को लेकर आसन्न संकट अब टल गया है. राज्य के पेट्रोल पंप संचालकों ने अपनी दो दिवसीय हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया है.


डीलर्स एसोसिएशन ने लिया वापस


एएनआई ने आज सुबह बताया कि राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने हड़ताल को वापस लेने का निर्णय लिया है. पेट्रोल पंपों के संचालक राज्य में मूल्यवर्धित कर यानी वैट को कम करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर 2 दिनों की हड़ताल पर थे. पेट्रोल पंपों की हड़ताल रविवार 10 मार्च से शुरू हुई थी और 12 मार्च मंगलवार की सुबह तक चलने वाली थी.


दो दिनों की हड़ताल का हुआ था ऐलान


हड़ताल के कारण राज्य में डीजल और पेट्रोल जैसे जरूरी ईंधनों की आपूर्ति का संकट पैदा हो गया था. इस हड़ताल के तहत पेट्रोल पंप संचालकों ने ऐलान किया था कि वे दो दिनों तक न तो तेल कंपनियों से डीजल और पेट्रोल खरीदेंगे, न ही डीजल और पेट्रोल की खुदरा बिक्री करेंगे. इसके चलते राज्य में लाखों वाहनों के पहिए थम सकते थे.


इन कारणों से हो रही थी हड़ताल


फ्यूल स्टेशन ऑपरेटर्स का कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के बाद भी राजस्थान सरकार ने डीजल और पेट्रोल पर वैट को कम नहीं किया है. इसके अलावा तेल कंपनियों ने पिछले सात साल से पेट्रोल पंपों के डीलर कमिशन में बढ़ोतरी नहीं की है. बकौल ऑपरेटर्स, इससे उनकी कमाई पर बुरा असर पड़ रहा है. उनका कहना था कि लगातार मांग करने के बाद भी ध्यान नहीं दिए जाने से वे हड़ताल करने पर मजबूर हुए हैं. हालांकि अब राज्य सरकार के साथ बातचीत हुई है, जिसके बाद हड़ताल को वापस लिया गया है.


आज सुबह से खुल गए पंप


एएनआई ने जयपुर जिला पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन का एक बयान भी साझा किया है. बयान में कहा गया है कि सरकार ने पेट्रोल पंप संचालकों के प्रतिनिधियों को रविवार दोपहर में बातचीत के लिए बुलाया था. बैठक में कई वरिष्ठ मंत्री मौजूद थे. एसोसिएशन ने एक घंटे चली बातचीत को सफल बताया और कहा कि सरकार ने उनकी मांगों पर गौर करने का आश्वासन दिया है. हड़ताल वापस लेने के बाद आज सुबह 6 बजे से फिर से राज्य भर में पेट्रोल पंप सामान्य परिचालन करने लग गए हैं.


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