नई दिल्लीः आपको फ्लेक्सी फेयर स्कीम से छुटकारा मिलने की उम्मीद खत्म हो गई है. रेलवे ने फ्लेक्सी किराया योजना यानी डायनामिक फेयर स्कीम को वापस लेने की संभावना से इनकार किया है. यह योजना प्रीमियम ट्रेनों मसलन राजधानी, दुरंतो और शताब्दी के लिए है. इसमें प्रत्येक दस फीसदी बर्थ की बुकिंग के बाद मूल किराया दस फीसदी बढ़ जाता है. हालांकि, फर्स्ट एसी और एक्जिक्यूटिव श्रेणी की टिकटों पर मौजूदा किराये में बदलाव नहीं होता.

रेलवे के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि फ्लेक्सी किराया योजना सिर्फ 1.5 फीसदी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में लागू है. यह 12,500 ट्रेनों में से सिर्फ 168 ट्रेनों में लगाया जाता है.

अधिकारी ने इन रिपोर्ट्स को भी खारिज किया कि फ्लैक्सी किराया योजना की वजह से कई प्रीमियम ट्रेनों में सीटें खाली रह जाती हैं. रेलवे ने 9 सितंबर, 2016 को फ्लैक्सी किराया योजना लागू की थी.

हालांकि सितंबर में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि फ्लेक्सी फेयर से जल्द ही पैसेंजर्स को छूट मिल सकती है. केंद्रीय रेलवे मंत्री ने कहा था कि रेलवे की फ्लेक्सी किराया योजना में बदलाव किया जा सकता है ताकि यह यात्रियों पर टैक्स का बोझ लादे बगैर राजस्व कमाया जा सके. उस समय आंकड़ा आया था कि एक साल से भी कम समय में फ्लेक्सी किराया योजना के जरिए रेलवे को अतिरिक्त 540 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी.

जानें कब और कैसे रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दिया था फ्लेक्सी फेयर कम करने का भरोसा