Indian Railway Update: 2020-21 वित्त वर्ष में भारतीय रेल ने कोई घोषणा कर रेल किराया नहीं बढ़ाया है. लेकिन क्या आप जानते हैं 2020-21 के दौरान देश में 364 ट्रेनों के किराये में ट्रेनों की कैटगरी बदलने के चलते बढ़ोतरी हुई है. दरअसल 364 पेसेंजर ट्रेनों को इस दौरान एक्सप्रेस ट्रेन में परिवर्तित करने का फैसला लिया गया है जिसके चलते इन ट्रेनों के किराये में नियमानुसार बढ़ोतरी हो गई है. सरकार ने संसद में ये जानकारी दी है.
रेल मंत्री का जवाब
संसद में पूछे गये सवालों का जवाब देते हुये रेल, संचार, सूचार प्रोद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैश्नव ने कहा कि रेलवे ट्रैक के अपग्रेडेशन और उपलब्धता, ट्रैक के दोहरीकरण, रोलिंग स्टॉक के अपग्रेडेशन, हाई पावर लोकोमोटिव समेत दूसरे कारणों के चलते ट्रेनों के स्पीड बढ़ाने की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है. इन्ही बातों के मद्देनजर 2020-21 में 364 ट्रेनों को पैसेंजर से एक्सप्रेस ट्रेनों में परिवर्तित कर दिया गया है. रेल किराया कैटगरी के हिसाब से तय किया जाता है.
संसद में पूछा गया सवाल
दरअसल संसद में रेल मंत्री से ये सवाल पूछा गया था कि क्या सरकार ने पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस ट्रेनों में परिवर्तित किया है? पैंसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस ट्रेनों में परिवर्तित करने के चलते क्या इन ट्रेनों में सफर करने वाले रेल यात्रियों से पेसेंजर ट्रेनों से ज्यादा रेल किराया चार्ज किया जा रहा है? क्या सरकार को जानकारी है कि केवल नाम और नंबर में बदलाव कर रेलवे ज्यादा किराया वसूल रही है?
रेग्युलर नंबर पर चल ही ट्रेनें
रेल मंत्री ने बताया कि कोविड महामारी के कारण जो ट्रेनें मेल एक्सप्रेस स्पेशल (एमएसपीसी) और हॉलिडे स्पेशल (HSP) के रूप में संचालित की जा रही थीं, अब उन्हें रेग्युलर नंबर से संचालित किया जा रहा है. और इन ट्रेनों का किराया कैटगरी के हिसाब से तय किया गया है. हालांकि महामारी के कारण ऐसी ट्रेनों का सेकेंड क्लास विशेष मामले को छोड़कर आरक्षित श्रेणी में चलता रहेगा. इसके अलावा, ट्रेनों का नामकरण और नंबरिंग भी सेवाओं पर निर्भर करता है.
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