Vegetable Prices Soar: देश में मॉनसून की शुरुआत होते ही सब्जियों के भाव अब आसमान चढ़ने लगे हैं. टमाटर से लेकर नींबू तक के दाम अब लोगों को चिढ़ाने लगे हैं. जिस टमाटर का भाव जून में 20 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, वो अब लाल होकर पहले की तुलना में दोगुना से भी ज्यादा यानी मंडी में 50 से 60 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. 

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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की आजादपुर मंडी समेत दूसरी छोटी मंडियों में इनकी आवक कम हो गई है. कर्नाटक से लेकर उत्तराखंड और हिमाचल से सब्जियों की सप्लाई में बारिश की वजह से खलल पड़ने के चलते इसके दाम तीस प्रतिशत से लेकर 140-150 प्रतिशत तक उछल गए हैं.

कितने बढ़ गए सब्जियों के भाव?

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दाम में सबसे ज्यादा उछाल हरी सब्जियों में देखा जा रहा है. हरी सब्जी के वैराइटी 120 रुपये से लेकर 160 रुपये प्रति किलो तक मंडी में बिकने लगी है. वहीं फूलगोभी का भाव भी सिर्फ एक पखवाड़े में बढ़कर 160 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. इसके अलावा, लौकी, भिंडी, तुरई और पत्ता गोभी के दाम भी करीब पचास प्रतिशत तक ऊपर चढ़ चुका है.

मंडी में काम करने वाले सब्जी कारोबारियों की अगर मानें तो आजादपुर की मंडी में बढ़े भाव के पीछे सबसे बड़ी वजह टमाटर और हरी सब्जियों के आवक पर असर पड़ना है. इनका कहना है कि उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते काफी ज्यादा सब्जियों को नुकसान पहुंचा है.

सब्जियों की सप्लाई पर बारिश का साया

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जहां कर्नाटक से टमाटर और शिमला मिर्च समेत अन्य सब्जियां पहुंचती हैं तो वहीं टमाटर, बंदगोभी, मदर की सप्लाई हिमाचल प्रदेश से होती है. इसके अलावा, उत्तराखंड से फूलगोभी, कुंदरी, हरी मिर्ची और मटर की सप्लाई भारी मात्रा में होती है. लेकिन बारिश की वजह से इन सब्जियों की आपूर्ति बुरी तरह से बाधित हुई है.

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