PMGKAY: देश में इस बात की चर्चा है कि गरीबों को मुफ्त राशन दिलाने वाली योजना प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana) की अवधि आगे बढ़ेगी या नहीं? करोड़ों लोगों के सामने ये सवाल है कि मार्च 2020 से चल रही इस मुफ्त राशन योजना (Free Ration Scheme) को आगे बढ़ाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) क्या फैसला लेते हैं? 

कब से शुरू हुई थी स्कीमदेश में साल 2020 में कोरोनाकाल की शुरूआत होने के बाद मार्च 2020 में देशव्यापी लॉकडॉउन लगाया गया था और उसी समय PMGKAY या प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को शुरू किया गया था. मार्च 2020 में शुरू की गई इस स्कीम के तहत देश के गरीबों और वंचितों को 5 किलो मुफ्त अनाज आज तक मुहैया कराया जा रहा है. हर महीने ऐसे लोगों को 5 किलो मुफ्त राशन की सुविधा मिलती है और इसके अलावा सब्सिडाइज्ड राशन स्कीम तो चल ही रही है जिसके तहत कम दरों पर गेहूं, चावल, दालें आदि मुहैया कराई जाती हैं. 

कितने लोगों को मिल रहा है इसका फायदानेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट (NFSA) के तहत केंद्र सरकार देश के 80 करोड़ लोगों को इस योजना का लाभ दे रही है. कोरोना के संकटकाल में देशव्यापी लॉकडॉउन के चलते लोगों को खाने-पीने की दिक्कत ना हो और हर घर में चूल्हा जले इसके लिए सरकार ने ये दुनिया की सबसे बड़ी खाद्य सुरक्षा योजना चलाई है. इसके तहत जो आवंटन दिया जा रहा है वो नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के सामान्य आवंटन से अलग और अधिक है.

अब तक 6 चरणों में बढ़ाई जा चुकी है PMGKAYइस योजना को सबसे पहले मार्च 2020 में पहले चरण 3 महीनों यानी अप्रैल-जून 2020 के लिए पहले चरण में लागू किया गया था. अब तक इस स्कीम के 6 चरण हो चुके हैं और छठे चरण में मार्च 2022 में इसे 6 महीने के लिए और बढ़ाया गया. अप्रैल-सितंबर 2022 के 6 महीनों के लिए इसकी अवधि बढ़ा दी गई थी और अब 30 सितंबर को इसकी आखिरी तारीख है. खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने ये जानकारी दे दी है कि अब इसकी अवधि बढ़ाने पर आखिरी फैसला पीएम मोदी करेंगे. 

कितना खर्च हो चुका है PMGKAY स्कीम परPMGKAY स्कीम पर मार्च 2022 तक 2.60 लाख करोड़ रुपये का खर्च हो चुका है और सितंबर तक इसपर 80,000 करोड़ रुपये और खर्च होने का अनुमान था. इसके बाद इस स्कीम पर कुल मिलाकर 3.40 लाख करोड़ रुपये का विशाल खर्च का आंकड़ा आने की बात कही जा रही है.

दुनिया का सबसे बड़ा मुफ्त खाद्य सुरक्षा कार्यक्रमबता दें कि भारत में चल रही ये योजना दुनिया का सबसे बड़ा मुफ्त खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम है. भारत जितने विशाल देश में कहीं इस तरह का फ्री फूड सिक्योरिटी प्रोग्राम इतने व्यापक पैमाने पर नहीं चल रहा है और इसी कारण भारत की प्रशंसा भी युनाइटेड नेशन्स से लेकर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मंचों पर की जा चुकी है. 

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