Personal Loan Tips: शादी-विवाह, बच्चों की उच्च शिक्षा, मकान और मेडिकल इमरजेंसी इत्यादि में कई बार लोगों को तुरंत ही पैसों की जरूरत होती हैं. ऐसी स्थिति से निपटने के लिए कुछ लोग इमरजेंसी फंड बनाकर रखते हैं. हालांकि, बहुत से लोगों के पास ऐसा कोई फंड नहीं होता है. वित्तीय जानकारी की कमी होना इसका प्रमुख कारण हो सकता है. इमरजेंसी फंड न होने की स्थिति में अक्सर लोग बैंक से पर्सनल लोन लेने का विचार बनाते हैं.
अगर आप भी पर्सनल लोन लेने की योजना बना रहे हैं तो, आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए. ताकि आपको किसी तरह की परेशानी ना हो. साथ ही आप आर्थिक नुकसान से बच सकें. ऐसी कुछ बातों का ध्यान न रखने के कारण बहुत से लोग कर्ज के जाल में फंस जाते हैं. ऐसे में कुछ महत्वपूर्ण बातों का ख्याल रखकर आप, परेशानियों से बच सकते हैं.....
फालतू खर्च के लिए लोन लेना
वित्तीय समझ की सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक बात यह है कि, आप किस कारण से लोन ले रहे हैं. आपको जरूरी और फिजूल खर्च के बीच अंतर पता होना चाहिए. शादी-विवाह, बच्चों की उच्च शिक्षा, मकान और मेडिकल इमरजेंसी के वक्त ही आपको पर्सनल लोन लेने की योजना बनानी चाहिए. बहुत से लोग घूमने, महंगे फोन, सामान खरीदने के लिए पर्सनल लोन लेते हैं. ऐसा करने से बचना चाहिए.
EMI का समय पर करें भुगतान
पर्सनल लोन लेते समय, अपनी मंथली बजट और ईएमआई के बीच संतुलन बनाना चाहिए. अगर आपके बजट में EMI की राशि नहीं आ पा रही हैं तो, लोन अवधि बढ़ाने का विचार करना चाहिए. EMI का भुगतान सही समय पर नहीं करने से आपका सिविल स्कोर भी खराब हो सकता हैं.
पर्सनल लोन की प्रीपेमेंट करें
अगर आपके पास एकमुश्त कुछ पैसे आते हैं तो, पर्सनल लोन के प्रीपेमेंट करने से हिचकना नहीं चाहिए. हालांकि, इसपर आपको कुछ चार्ज देना पड़ सकता हैं, लेकिन यह आपकी ब्याज राशि को कम करने में आपका मददगार साबित हो सकता हैं.
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