Paytm: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पर्सनल लोन के नियम में सख्ती के बाद पेटीएम (Paytm) ने छोटे पर्सनल लोन को लेकर बड़ा फैसला किया है. पेटीएम अब 50,000 रुपये से कम रकम के पर्सनल लोन की संख्या में कटौती करने जा रहा है. कंपनी ने बुधवार को इसकी जानकारी दी है. गौरतलब है कि आरबीआई की सख्ती के बाद पेटीएम के छोटे लोन की संख्या में 50 फीसदी तक की बड़ी कटौती देखी जा सकती है.


कंपनी पर नहीं पड़ेगा बड़ा असर-Paytm


इस फैसले पर पेटीएम का यह मानना है कि कंपनी की कमाई और मार्जिन पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा वाला है क्योंकि 50,000 से अधिक राशि के लोन में बहुत से संभावनाएं है. हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने पर्सनल लोन से जुड़े नियमों को सख्त कर दिया है. आरबीआई ने छोटे लोन के रिस्क वेट को 25 फीसदी तक का इजाफा किया और यह 100 फीसदी से बढ़कर 125 फीसदी हो गया है. केंद्रीय बैंक के इस फैसले के बाद से पर्सनल लोन महंगा हो जाएगा और पेटीएम जैसी कंपनियां असुरक्षित पर्सनल लोन की संख्या में कटौती करने के लिए मजबूर हो गई हैं.


पेटीएम के शेयर हुए धड़ाम


पेटीएम द्वारा छोटी राशि के अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन की संख्या में कटौती करने के फैसले के बाद से ही गुरुवार को शेयर मार्केट में कंपनी के शेयर धड़ाम हो गई है. डिजिटल भुगतान फर्म पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयर 7 दिसंबर को 20 फीसदी तक टूट गए. इसके बाद 9.23 मिनट पर इस पर लोअर सर्किट लग गया. 


कंपनी की कमाई पर पड़ेगा असर


ब्रोकरेज फर्म जेफ्रीज (Jefferies) ने कहा कि आरबीआई के छोटे पर्सनल लोन के नियमों में सख्ती के फैसले के बाद से पेटीएम के Buy Now Pay Later बिजनेस पर सीधे तौर पर असर पड़ने वाला है. कंपनी द्वारा जारी किए जाने वाले लोन में से छोटे पर्सनल लोन का हिस्सा 55 फीसदी है. इसमें कंपनी अगले 3 से 4 महीने में 50 फीसदी तक की कटौती करेगी. जेफ्रीज ने कंपनी के राजस्व अनुमान में भी 3 से 10 फीसदी तक की कटौती की है.


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