Zomato: संकट में फंसी पेटीएम (Paytm) ने अपने मूवी और इवेंट टिकटिंग बिजनेस को बचने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमाटो (Zomato) से बातचीत की जा रही है. फिनटेक कंपनी पेटीएम ने यह फैसला रीस्ट्रक्चरिंग के तहत लिया है. पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा बैन लगाए जाने के बाद पेटीएम के कारोबार को तगड़ा झटका लगा है. ऐसे में वह गिरती हुई सेल्स को संभालने के लिए एक साथ कई विकल्प पर काम कर रही है. बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी के साथ ही कुछ कारोबार हटाकर पेटीएम अपने पेमेंट बिजनेस पर ध्यान देना चाहती है. 

Continues below advertisement

यूपीआई पेमेंट सेगमेंट पर ध्यान देना चाहती है पेटीएम 

बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, मूवी और इवेंट टिकटिंग बिजनेस (Movie and Events Ticketing Business) को बेचने के लिए पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) और जोमाटो के बीच बातचीत शुरू हो चुकी है. मामले से जुड़े सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मूवी और इवेंट टिकटिंग बिजनेस को बहकर कंपनी यूपीआई पेमेंट सेगमेंट में अपनी खोई हुई इज्जत को वापस हासिल करने का प्रयास करेगी. इस बिजनेस को बेचने के लिए जोमाटो के अलावा अन्य विकल्प पर भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है. 

पहली बार पेटीएम की सेल में आई गिरावट 

विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) के नेतृत्व वाली कंपनी पेटीएम ने पिछले महीने बताया था कि उसकी सेल्स में पहली बार गिरावट आई है. पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरबीआई की कार्रवाई के चलते कंपनी के फिनटेक बिजनेस को बहुत नुकसान पहुंचा है. अपने बिजनेस को बचाने के लिए कंपनी ने 4 बैंकों का सहारा लिया है. फिलहाल मूवी और इवेंट टिकटिंग बिजनेस की डील को लेकर पेटीएम और जोमाटो ने चुप्पी साधी हुई है. 

Continues below advertisement

जोमाटो का डिजिटल बिजनेस भी हो जाएगा बड़ा

पेटीएम ने मूवी और इवेंट टिकटिंग बिजनेस के आंकड़ों की जानकारी तो नहीं दी है. मगर, मार्च, 2024 में मार्केटिंग सर्विस बिजनेस के जरिए कंपनी को 17.4 अरब डॉलर की सालाना सेल्स हासिल हुई थी. इसमें मूवी और इवेंट टिकटिंग के साथ ही क्रेडिट कार्ड मार्केटिंग एवं गिफ्ट वाउचर्स बिजनेस भी शामिल है. यदि जोमाटो के साथ पेटीएम की डील सफल हो जाती है तो कंपनी ट्रेवल, डील्स और कैशबैक बिजनेस पर फोकस कर सकेगी. इसकी मदद से पेटीएम को अपनी सेल्स और मर्चेंट बेस बढ़ाने में मदद मिलेगी. उधर, जोमाटो का डिजिटल बिजनेस भी बड़ा हो जाएगा.

ये भी पढ़ें 

Layoffs in Startup: भारतीय स्टार्टअप में छंटनी जारी, निकाले जा चुके हैं 10000 से ज्यादा लोग