Pakistan Economic Crisis: राजनीतिक संकट झेल रहे पाकिस्तान में  लंबे समय से इकॉनोमिक संकट भी बढ़ता जा रहा है. इसे देखते हुए इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) संकट झेल रहे पाकिस्तान के साथ बोर्ड की बैठक करने वाला है. आईएमएफ चीफ ने जानकारी दी कि यह बैठक जून के अंत में फाइनेंशियल प्रोग्राम समाप्त होने से पहले की जानी है. उन्होंने बताया कि इस प्रोग्राम की समीक्षा बैठक के लिए पहले स्टाफ लेवल का एग्रीमेंट किया जाना है. आईएमएफ से पाकिस्तान की यह बैठक 6.5 बिलियन डॉलर में से 1.1 बिलियन डॉलर के एग्रीमेंट के लिए हो रही है. इस स्टाफ लेवल एग्रीमेंट को नवंबर 2022 से टाला जा रहा था. साल 2008 के बाद से इस तरह के एग्रीमेंट में इतनी देरी कभी नहीं हुई.


बजट ब्योरा शेयर करेगा पाकिस्तान


आईएमएफ मिशन प्रमुख नाथन पोर्ट ने कहा कि पाकिस्तान के साथ यह मीटिंग फाइनेंशियल ईयर 2024 को ध्यान में रखकर की जा रही है. इससे विदेशी एक्सचेंज मार्केट का कामकाज सुचारू ढंग से चलेगा. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि पाकिस्तान आईएमएफ के साथ अपने बजट का ब्योरा शेयर करेगा. उन्होंने कहा कि आईएमएफ पाकिस्तान का बजट पेश होने से पहले 9वीं रिव्यू को मंजूरी दे दे. पाकिस्तान में जून के शुरुआत में बजट पेश होने वाला है. 


पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि आईएमएफ ने पाकिस्तान के बजट डिटेल की मांग की है, जो उन्हें दिया जाएगा. पाकिस्तान के वित्त मंत्री के मुताबिक अगर आईएमएफ बेलआउट के 9वें और 10वें रिव्यू एक साथ जोड़ता है तो वह पाकिस्तान के हक में नहीं होगा. 


राजनीतिक हालात पर IMF ने क्या कहा?


आईएमएफ मिशन प्रमुख नाथन पोर्ट ने कहा कि पाकिस्तान को मौजूदा आर्थिक और फाइनेंशियल संकट से उबरने के लिए मजबूत नीतिगत सुधार करने होंगे. वहीं आईएमएफ प्रमुख ने पाकिस्तान के राजनीतिक संकट पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान की राजनीतिक अस्थिरता का जिक्र करते हुए वहां संविधान और कानून की मदद से शांति होने की उम्मीद जताई.


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