Health Insurance with OPD Coverage : देश में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के बाद लोगों की स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) के प्रति सोच बदल गई है. अब लोगों को लगता है कि उनके और उनके परिवार के हर सदस्य का हेल्थ इंश्योरेंस होना बेहद जरूरी है.
Traditional Health Coverageआपको बता दे कि हेल्थ इंश्योरेंस एक ट्रेडिशनल हेल्थ करवरेज (Traditional Health Coverage) प्लान होता है. इसमें पॉलिसीधारक केवल तभी क्लेम कर सकता है, जब उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा हो या उसने 24 घंटे से ज्यादा समय अस्पताल में बिताया हो. पॉलिसी होने के बावजूद आपको मेडिकल प्रोसेस के लिए खुद पेमेंट करना होता है.
Insurance with OPD Coverage कुछ हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां आपको आउट पेशेंट कवरेज (Outpatient Coverage) भी देती हैं. इसके माध्यम से हॉस्पिटल के ओपीडी खर्चे भी कवर हो जाते हैं. आज के समय में हर किसी को ओपीडी कवरेज के साथ हेल्थ इंश्योरेंस लेना चाहिए. इससे आपका रूटिन हेल्थ खर्च भी हेल्थ पॉलिसी में कवर हो जाता है.
62 फीसदी लोग जेब से करते है भुगतानIRDAI के अनुसार, भारत में सभी मेडिकल बिल्स (Medical Bills) में से करीब 62 फीसदी का भुगतान जेब से करते है. पॉलिसी बाजार डॉट कॉम के हेड (Policybazaar.com) अमित छाबड़ा का कहना है कि, इंश्योरेंस कंपनियां (Insurance Companies) अब ओपीडी इलाज के लिए भी प्लान ऑफर कर रही हैं. कोई भी अलग-अलग प्लान में से आउट पेशेंट कवरेज ले सकता है. ये प्लान अस्पताल के कम खर्च पर आपको मंथली ओपीडी कवरेज भी देता हैं.
ये है OPD खर्चहेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियों में आपको अस्पताल में भर्ती होने पर खर्च के अलावा अन्य खर्चों के लिए क्लेम फाइल कर सकता है. ओपीडी के अलावा मेडिकल एक्सपर्ट की सलाह पर इलाज के लिए किसी अस्पताल या संबंधित सुविधा से जुड़े खर्चें शामिल करने होते हैं. इसके लिए व्यक्ति को एक मरीज के रूप में अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होती है.
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