शेयर बाजार की रिकॉर्ड रैली के बीच इन्वेस्टर्स की संख्या भी रिकॉर्ड रफ्तार से बढ़ रही है. पिछले 2 साल में बाजार में 3 करोड़ से ज्यादा नए इन्वेस्टर्स आए हैं. वहीं 1 करोड़ नए इन्वेस्टर तो पिछले 5 महीने में ही जुड़ गए हैं.


9 करोड़ पर पहुंचा आंकड़ा


ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, एनएसई पर रजिस्टर्ड यूनिक इन्वेस्टर्स की संख्या में पिछले कुछ सालों में काफी तेजी देखी जा रही है. अभी से करीब 2 साल पहले निवेशकों की संख्या सिर्फ 6 करोड़ के आस-पास थी, जो अभी बढ़कर 9 करोड़ पर पहुंच चुकी है. इससे पता चलता है कि घरेलू शेयर बाजार में खुदरा निवेशकों की भागीदारी लगातार तेज होती जा रही है.


इस तरह आती गई तेजी


आंकड़े बताते हैं कि एनएसई पर रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या को 6 करोड़ से 7 करोड़ होने में करीब 9 महीने लगे थे. उसके बाद अगले एक करोड़ नए इन्वेस्टर सिर्फ 8 महीने में आ गए. यानी अगले 8 महीने में शेयर बाजार के निवेशकों की संख्या 7 करोड़ से बढ़कर 8 करोड़ पर पहुंच गई. उसके बाद एनएसई पर रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या को 8 करोड़ से बढ़कर 9 करोड़ होने में सिर्फ 5 महीने का समय लगा.


इन कारणों से बढ़ रहे इन्वेस्टर


रिपोर्ट में बताया गया है कि एनएसई पर रजिस्टर्ड क्लाइंट कोड की कुल संख्या 16.9 करोड़ है. स्टॉक एक्सचेंज के इन्वेस्टर बेस में पिछले पांच साल के दौरान 3 गुने से ज्यादा की तेजी आई है. तेज डिजिटलीकरण, निवेशकों के बीच बढ़ती जागरूकता, वित्तीय समावेशन और शेयर बाजार के शानदार प्रदर्शन से ज्यादा से ज्यादा निवेशक बाजार के प्रति आकर्षित हो रहे हैं.


रोज बन रहा है नया रिकॉर्ड


घरेलू बाजार की बात करें तो बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों प्रमुख सूचकांक लगातार रिकॉर्ड बनाए जा रहा है. आज भी बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी50 नए रिकॉर्ड उच्च स्तर तक पहुंचा है. निफ्टी 50 सिर्फ इस साल के दौरान अब तक करीब 30 फीसदी चढ़ चुका है, जबकि निफ्टी 500 इंडेक्स में करीब 40 फीसदी की तेजी दर्ज की जा चुकी है.


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