EPFO Update: देशभर में 130 से अधिक कंपनियों की सदस्यता वाले इंडियन स्टाफिंग फेडरेशन (ISF) ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के एक हालिया आदेश पर चिंता जताई है. इसके तहत 1 अगस्त 2025 से उमंग ऐप से यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) बनाने के लिए फेस ऑथेंटिकेशन की जरूरत पड़ेगी. यानी कि अब UMANG ऐप के जरिए UAN फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी (FAT) से ही जारी होगा. यह नया नियम सभी नए कर्मचारियों पर लागू होगा. 

2 दिन में अटकीं 1000 से ज्यादा नौकरियां 

भारतीय स्टाफिंग फेडरेशन का कहना है कि फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी (FAT) के नियम में हुए बदलाव की वजह से केवल दो दिनों में 1,000 से ज्यादा उम्मीदवारों का सिलेक्शन प्रॉसेस रूक गया है. इससे पेरोल पर तो असर पड़ा ही है साथ ही PF कंट्रीब्यूशन और दूसरे नियमों का पालन करने में भी मुश्किलें आ रही हैं. ISF के मुताबिक, स्टाफिंग कंपनियों में बड़ी संख्या में टेम्पररी वर्कर्स लिए जाते हैं. यहां इनकी जॉइनिंग और एग्जिट लगातार होता रहता है.

अब KYC अपडेट कराना हर कर्मचारी के लिए जरूरी है, जिसके लिए FAT को अनिवार्य कर दिया गया है. अब दिक्कत यह है कि कई कर्मचारियों के पास स्मार्टफोन या इंटरनेट की सुविधा नहीं है, जिससे UAN जेनरेट होने में वक्त लग रहा है और इसका सीधा असर सैलरी देने और पीएफ अंशदान पर पड़ रहा है.

खासकर MSMEs और हाई टर्नओवर वाले सेक्टरों में ये दिक्कतें आ रही हैं, जहां सर्वर डाउन होने या कैमरे या नेटवर्क की क्वॉलिटी खराब होने के चलते फेस रिकग्निशन फेल हो रहा है. इससे UAN बनने में देरी हो रही है. अब EPFO ने आधार लिंकिंग और FAT के लिए 30 जून 2025 तक की समयसीमा तय की है. समय पर नियमों का अनुपालन नहीं करने से पेनाल्टी लग सकती है, PF कंट्रीब्यूशन रूक सकता है. इससे कर्मचारी और एम्प्लॉयर दोनों प्रभावित होंगे. इन चीजों से निपटने के लिए ISF ने कुछ सुझाव दिए हैं. 

ISF ने दिए कुछ सुझाव 

ISF का कहना है कि डिजिटल ऑनबोर्डिंग और FAT अवेयरनेस के लिए समयसीमा बढ़ाई जाए ताकि कर्मचारियों को EPFO, UAN और UMANG ऐप के बारे में समझने में थोड़ा और वक्त मिल जाए. उचित सपोर्ट और कम्युनिकेशन के साथ FAT रजिस्ट्रेशन को आसान बनाया जाए. साथ ही पहली बार नौकरी करने वालों के लिए नियोक्ताओं को पोर्टल से UAN बनाने की अनुमति दी जाए ताकि PF रजिस्ट्रेशन में देरी न हो. 

क्या होता है UAN? 

यूनिवर्सल अकाउंट नंबर EPFO की तरफ से जारी किया जाता है, जिसे बोलचाल की भाषा में UAN कहते हैं. यूएएन अलग-अलग एम्प्लॉयर्स की तरफ से किसी व्यक्ति को दिए गए कई मेंबर आईडी के लिए एक छत्र पहचान के रूप में काम करता है. यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) एक 12-डिजिट का नंबर होता है, जो कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के तहत अकाउंट खुलवाने वाले हर कर्मचारी को दिया जाता है. कर्मचारी के नौकरी बदलने के बाद भी यूएएन नंबर एक ही रहता है. 

 

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