बैंक अब फिंगरप्रिंट बैंकिंग की सुविधा देने लगे हैं. पासवर्ड बैंकिंग में पासवर्ड चोरी से होने वाले फ्रॉड से बचने के लिए अब फिंगरप्रिंट बैंकिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है. पासवर्ड में सेंधमारी और पासवर्ड दर्ज करने के झंझट से बचने के लिए लोग अब फिंगरप्रिंट बैंकिंग की ओर रुख करने लगे हैं. फिंगरप्रिंट बैंकिंग के पूरी तरह से बायोमेट्रिक सिस्टम पर आधारित होने से इसमें सेफ्टी बनी रहती है.

  


दरअसल, कई कारणों से फिंगरप्रिंट बैंकिंग को बढ़ावा मिल रहा है. आज के समय में ऐप सहित कई चीजों के पासवर्ड होते हैं और सभी को याद रखना लोगों के लिए मुश्किल होता है. पासवर्ड भूलने से बैंकिंग का काम भी अटक सकता है. इसके चलते बैंक भी फिंगरप्रिंट को प्राथमिकता दे रहे हैं. फिंगरप्रिंट बैंकिग में फर्जीवाड़े की आशंका नहीं रहती. लॉगिन करने के लिए एक बार आपको एक अंगुली की छाप देनी होती है और फिर आगे उसी से आपका काम होता रहता है.


सिक्योर बैंकिंग
फिंगरप्रिंट बैंकिग में लॉगिन की सुविधा होने से यह सिक्योर होती है. कई बैंक इमरजेंसी परिस्थिति के लिए फिंगरप्रिंट के अलावा कोड या मोबाइल ऐप के लिए स्वाइप पैटर्न की सुविधा भी देते हैं. फिंगरप्रिंट नहीं लगा पाने की स्थिति में इस सुविधा का उपयोग किया जा सकता है.  


जल्दी होता है काम
आज के समय में लोगों के पास समय की कमी है और वे जल्दी से काम पूरा करना चाहते हैं. पासवर्ड बैंकिंग तुलना में फिंगरप्रिंट बैंकिंग से काम आसानी से और जल्दी पूरा हो जाता है.


 इस्तेमाल में आसानी
फिंगरप्रिंट बैंकिंग में मोबाइल ऐप डाउनलोड करने और फिंगरप्रिंट रजिस्टर करने के बाद यह काफी सुविधाजनक रहती है. इसमें अंगुली लगाते ही ऐप खुल जाता है और बैंकिंग से जुड़े सभी काम जल्दी ही सुविधा के साथ पूरे किए जा सकते हैं.


पासवर्ड याद रखने का झंझट नहीं
आजकल लोगों के पास काफी पासवर्ड हो गए हैं जिन्हें याद रखना मुश्किल होता है. इसके साथ कैप्स और स्मॉल लेटर जैसी परेशानी भी रहती है. लेकिन फिंगरप्रिंट बैंकिंग में इन झंझटों में मुक्ति मिल जाती है और आसानी से काम हो जाता है.


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