देश के सबसे बड़े कारोबारी घरानों में शामिल अडानी समूह के लिए एक नए सौदे की राह आसान हो गई है. अडानी समूह की पावर कंपनी अडानी पावर दो बिजली कंपनियों को खरीदने की रेस में शामिल है. उनमें से एक का सौदा फाइनल होना अब करीब आ गया है.


अचानक रेस से बाहर हुई कंपनी


यह कंपनी है लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड. पहले इसे खरीदने की रेस में अडानी पावर को नवीन जिंदल की कंपनी जिंदल पावर से कड़ी टक्कर मिल रही थी. जिंदल पावर ने तो लैंको अमरकंटक के लिए पिछले सप्ताह अडानी से बड़ी बोली भी पेश की थी. अब नवीन जिंदल की कंपनी अचानक रेस से बाहर हो गई है. लैंको अमरकंटक को खरीदने की रेस से जिंदल पावर के द्वारा खुद को बाहर करने से अडानी पावर के लिए सौदा आसान हो गया है.


अब अडानी के सामने ये 2 दावेदार


नवीन जिंदल की कंपनी के बाहर होने के बाद अब लैंको अमरकंटक के संभावित खरीदारों की लिस्ट छोटी रह गई है. अब लैंको अमरकंटक के दावेदारों में अडानी पावर के अलावा मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज और पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन की अगुवाई वाला समूह शामिल है. अब ये तीनों पक्ष लैंको अमरकंटक के सौदे को अपने नाम करने के लिए प्रस्तावित नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे.


जिंदल पावर के ऑफर का साइज


लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड वित्तीय संकटों से जूझ रही एक बिजली कंपनी है, जो अभी कॉरपोरेट इन्सॉल्वेंसी की प्रक्रिया से गुजर रही है. जिंदल पावर ने प्रक्रिया में दिलचस्पी दिखाते हुए 12 जनवरी को आवेदन किया था कि वह लैंको अमरकंटक की प्रस्तावित नीलामी प्रक्रिया में भाग लेना चाहती है. कंपनी ने 100 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी के साथ 16 जनवरी को 4,203 करोड़ रुपये का ऑफर पेश किया था.


अडानी से इतना ज्यादा था ऑफर


वहीं अडानी ने पहले लैंको अमरकंटक के लिए नवंबर 2023 में 3,650 करोड़ रुपये का ऑफर पेश किया था. बाद में अडानी ने अपने ऑफर को संशोधित किया था और 4,100 करोड़ रुपये का फाइनल ऑफर दिसंबर में पेश किया था. जिंदल पावर का ऑफर अडानी पावर के फाइनल ऑफर की तुलना में बेहतर था. हालांकि ईटी की एक रिपोर्ट में मामले से जुड़े सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि जिंदल पावर ने अपनी बोली वापस लेने के लिए मंगलवार 23 जनवरी को अमरावती एनसीएलटी के पास अप्लाई किया है.


दूसरी कंपनी में भी जिंदल से टक्कर


अडानी समूह की निगाहें दक्षिण भारत की ही आईएलएंडएफएस तमिलनाडु पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड पर भी है. यह कंपनी भी दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही है. इसे खरीदने में अडानी समूह की बिजली कंपनी अडानी पावर ने दिलचस्पी दिखाई है. इसके लिए जिंदल पावर और वेदांता ने भी दिलचस्पी दिखाई है.


ये भी पढ़ें: इस दवा कंपनी के शेयर ने ढाई महीने में ही डबल किया अपने इन्वेस्टर्स का पैसा