भारतीय अर्थव्यवस्था को महीने के पहले दिन शानदार खुशखबरी मिली है. ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने साल 2023 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को बढ़ा दिया है. इससे एक दिन पहले सरकार ने पहली तिमाही के लिए जीडीपी का आधिकारिक आंकड़ा जारी किया था, जिसके हिसाब से भारत की वृद्धि दर किसी भी अन्य बड़ी अर्थव्यवस्था की तुलना में सबसे ज्यादा है.
इतना बढ़ा दिया ग्रोथ का अनुमान
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस (Moody's Investors Service) ने शुक्रवार को Global Macro Outlook रिलीज किया, जिसमें उसने भारत को लेकर भी अपना अनुमान जाहिर किया. मूडीज के अनुसार, साल 2023 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.7 फीसदी रहने वाली है. इससे पहले मूडीज ने कहा था कि 2023 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 5.5 फीसदी रहने वाली है.
पहली तिमाही में ऐसा रहा डेटा
एनएसओ ने इससे एक दिन पहले गुरुवार को पहली तिमाही के आंकड़े जारी किया था. एनएसओ के आंकड़ों के अनुसार, पहली तिमाही में सालाना आधार पर भारतीय अर्थव्यवस्था ने 7.8 फीसदी की दर से वृद्धि दर्ज की. यह आंकड़ा रिजर्व बैंक के पहली तिमाही के लिए 8 फीसदी की वृद्धि दर के अनुमान से तो कम है, लेकिन यह तमाम प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में सबसे ज्यादा है.
अगले साल हो जाएगा नुकसान
मूडीज ने पहली तिमाही की शानदार वृद्धि दर को लेकर कहा कि अप्रैल से जून 2023 के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ने में सर्विस सेक्टर के मजबूत विस्तार और कैपिटल एक्सपेंडिचर से मदद मिली है. हालांकि मूडीज ने इसके साथ ही अगले साल के लिए आशंकाएं भी जाहिर की हैं. मूडीज का कहना है कि चूंकि यह साल शानदार गुजर रहा है और दूसरी तिमाही ने ऊंचा बेस तैयार किया है, 2024 में भारत की वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 फीसदी से घटाकर 6.1 फीसदी किया जा रहा है.
ऐसा रहा है आधा साल
साल 2023 की बात करें तो अभी तक साल के पहले 8 महीने बीत चुके हैं और आज से नौवां महीना यानी सितंबर शुरू हो चुका है. इन 8 महीनों में से पहले 6 महीने यानी आधे साल के आधिकारिक आंकड़े सामने आ चुके हैं. अप्रैल-जून की तिमाही में ग्रोथ रेट 7.8 फीसदी रही है, जबकि इससे पहले मार्च 2023 तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था ने 6.1 फीसदी की दर से वृद्धि दर्ज की थी.
आने वाली तिमाहियों के अनुमान
आने वाली तिमाहियों की बात करें तो रिजर्व बैंक ने जुलाई-सितंबर 2023 के तीन महीनों के लिए आर्थिक वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान व्यक्त किया है. वहीं रिजर्व बैंक का अनुमान है कि साल की अंतिम तिमाही यानी अक्टूबर से दिसंबर 2023 के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ़ने की रफ्तार 6 फीसदी रह सकती है.
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