Meta Layoff: फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा से इस हफ्ते कई लोग काम से निकाले जाएंगे. रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में जानकारी दी कि कंपनी आज से अपने कर्मचारियों को नोटिस भेजेगी. रिपोर्ट के मुताबिक, मार्क जुकरबर्ग की इस कंपनी में अब मशीन लर्निंग इंजीनियर्स अब काम पर रखे जाएंगे. मेटा में इस छंटनी का असर अमेरिका सहित कई देशों पर पड़ेगा.

ऐसा कहा जा रहा है कि जर्मनी, फ्रांस, इटली और नीदरलैंड के कर्मचारियों को लोकल लेबर रेगुलेशन के चलते इस छंटनी से बाहर रखा जाएगा. जबकि यूरोप, एशिया और अफ्रीका के एक दर्जन से अधिक अन्य देशों के कर्मचारियों को 11 फरवरी से 18 फरवरी के बीच उनका नोटिस मिलेगा. 

इन कर्मचारियों को कंपनी कर रही टारगेट

मेटा ने इससे पहले बताया था कि कंपनी अपने वर्कफोर्स को 5 परसेंट तक कम करने का प्लान बनाया है. इस छंटनी में सबसे कम परफॉर्मेंस करने वाले वर्कर्स को टारगेट किया जाएगा. जबकि इनकी जगह फिर से नए लोग लिए जाएंगे. मेटा के हेड ऑफ पीपल जैनेल गेल ने एक मेमो में कहा, ''मेटा ने सोमवार को अपना ऑफिस खोले रखने का फैसला लिया है और इस पर अधिक डिटेल नहीं दिया जाएगा.'' 

शुक्रवार को अपने एक अलग मेमो में मेटा में मोनेटाइजेशन के लिए वीपी ऑफ इंजीनियरिंग पेंग फेन ने अपने वर्कर्स से मशीन लर्निंग इंजीनियरों सहित अन्य पदों पर शीघ्र भर्ती की प्रक्रिया में मदद करने की भी बात कही थी. मेटा में 11 फरवरी से 13 मार्च के बीच बड़ी संख्या में लोग लिए जाएंगे. 

छंटनी करने वाली कंपनियों में ये भी शामिल

मेटा के अलावा कई दूसरी कंपनियों से भी बड़ी तादात में लोग निकाले जाएंगे. Google ने अपने US प्लेटफॉर्म और डिवाइसेस डिवीजन के लिए एक स्वैच्छिक एग्जिट प्रोग्राम की शुरुआत की, जिसका असर Android और Pixel की टीमों पर पड़ा. इस लिस्ट में माइक्रोसॉफ्ट का भी नाम शामिल है, जिसने खराब या औसत से नीचे परफॉर्मेंस करने वाले अपने वर्कर्स को काम से निकालने का फैसला लिया. Amazon ने भी अपने फैशन और फिटनेस डिवीजन में से करीब 200 लोगों को निकाल दिया. 

ये भी पढ़ें:

डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ को करारा जवाब देने जा रहा है भारत, जमीन पर उतरने जा रहा है EFTA