Medi Assist Healthcare IPO: साल 2024 की शुरुआत के साथ ही आईपीओ के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. अब बेंगलुरु स्थित मेडी असिस्ट हेल्थकेयर का इश्यू (Medi Assist Healthcare IPO) खुलने वाला है. मेडी असिस्ट हेल्थकेयर इंश्योरेंस कंपनियों को थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेशन प्रदान करती है. इस आईपीओ के जरिए कंपनी कुल 1,171.58 करोड़ रुपये इकट्ठा करने की कोशिश कर रही है. आईपीओ पूरी तरीके से ऑफर फॉर सेल के जरिए लाया जा रहा है और इसमें एक भी फ्रेश शेयर जारी नहीं होंगे. ऐसे में आईपीओ के जरिए जुटाई गई पूरी राशि कंपनी के प्रमोटरों के पास जाने वाली है. अगर आप भी इस इसमें निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको इसके डिटेल्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं.


कब खुल रहा कंपनी का आईपीओ


मेडी असिस्ट का आईपीओ सोमवार 15 जनवरी 2024 को खुल रहा है. इसमें 17 जनवरी 2024 तक बोली लगाई जा सकती है. निवेशकों को शेयर का अलॉटमेंट 18 जनवरी 2024 को होगा. जिन सब्सक्राइबर्स को अलॉटमेंट नहीं मिलेगा, उन्हें 19 जनवरी को रिफंड हो जाएगा. डीमैट खातों में शेयर 19 जनवरी को ट्रांसफर किए जाएंगे. कंपनी के शेयरों के लिस्टिंग BSE और NSE पर 22 जनवरी 2024 को होगी. कंपनी ने शेयरों का प्राइस बैंड 397 से लेकर 418 रुपये के बीच तय किया है. इस आईपीओ के शेयरों की फेस वैल्यू 5 रुपये प्रति शेयर है.


क्या है कंपनी के GMP का हाल?


investorgain.com के मुताबिक, शनिवार 13 जनवरी 2024 को मेडी असिस्ट का शेयर 54 रुपये के प्रीमियम पर उपलब्ध है. इसका मतलब है कि कंपनी के शेयरों की संभावित लिस्टिंग फिलहाल 12.92 फीसदी प्रीमियम यानी 472 रुपये प्रति शेयर पर हो सकती है. इस आईपीओ में खुदरा निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व किया है.


वहीं क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए सबसे अधिक 50 फीसदी हिस्सा और हाई नेट इंडिविजुअल्स के लिए कुल 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व रखा गया है. इस आईपीओ में रिटेल निवेशक कम से कम 35 शेयरों का एक लॉट खरीद सकते हैं. अधिकतम 13 लॉट यानी 455 शेयरों पर बोली खुदरा निवेशकों द्वारा इस आईपीओ में लगाई जा सकती है. ऐसे में रिटेल सब्सक्राइबर्स 14,630 रुपये से लेकर 1,90,190 रुपये तक निवेश कर सकते हैं.


क्या करती है कंपनी?


मेडी असिस्ट हेल्थ केयर सर्विसेज लिमिटेड एक हेल्थटेक और इंश्योरेंस टेक कंपनी है, जो थार्ड पार्टी सेवाएं देती है. यह कंपनी पॉलिसीधारकों, उनकी बीमा कंपनियों और अस्पताल के बीच एक ब्रिज की तरह काम करती है.


ये भी पढ़ें-


Tata New Deals: अब टाटा के हो जाएंगे चिंग्स सीक्रेट समेत कई ब्रांड, इतने हजार करोड़ में होने वाली है दोनों डील