LIC Stock Price: मंगलवार 30 जनवरी 2024 के कारोबारी सत्र में भले ही शेयर बाजार में भारी गिरावट रही हो. लेकिन आज का दिन एलआसी के आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए बेहद राहत भरा रहा है. 17 मई 2022 को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के बाद पहली बार एलआईसी का स्टॉक ना केवल अपने इश्यू प्राइस 949 रुपये के पार 955 रुपये तक चला गया बल्कि लिस्टिंग के बाद से अपने ऐतिहासिक हाई पर जाकर स्टॉक क्लोज हुआ है. 


मंगलवार के सत्र में स्टॉक 922 रुपये पर खुला और 3.57 फीसदी के उछाल के साथ 955 रुपये के ऐतिहासिक हाई पर जा पहुंचा. हालांकि बाजार में ऊपरी लेवल से मुनाफावसूली के चलते गिरावट आ गई जिसके चलते स्टॉक 1.89 फीसदी के उछाल के साथ 933 रुपये पर बंद हुआ है. स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के बाद एलआईसी का उच्चतम क्लोजिंग स्तर है. इसी के साथ एलआईसी का मार्केट कैप 5.90 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है. 


मई 2022 को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के बाद से लगातार एलआईसी के शेयर में गिरावट देखने को मिली थी. अडानी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग का रिसर्च रिपोर्ट सामने आया है तब एलआईसी का स्टॉक अपने आईपीओ के इश्यू प्राइस से 44 फीसदी नीचे 530 रुपये के लेवल तक जा लुढ़का. पर निचले लेवल से एलआईसी के शेयर में जोरदार खरीदारी देखने को मिली और एलआईसी के स्टॉक में 76 फीसदी का उछाल आ चुका है और अब स्टॉक 933 रुपये पर कारोबार कर रहा है. कंपनी ने 949 रुपये के इश्यू प्राइस पर आईपीओ में पैसे जुटाये थे. 


हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के चलते अडानी समूह के स्टॉक्स में भारी गिरावट देखी जा रही थी तब अडानी समूह की कंपनियों में निवेश को लेकर एलआईसी की भारी आलोचना हो रही थी. अडानी समूह के शेयरों में एलआईसी के निवेश का वैल्यू 82000 करोड़ रुपये से घटकर 31000 करोड़ रुपये के करीब आ गया था. लेकिन जीक्यूजी पार्टनर्स के अडानी समूह को बेलआउट किया तो इसका फायदा एलआईसी के शेयर को भी मिला और जो नुकसान हुआ था एलआईसी ने उसकी भरपाई कर ली. 


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