LIC Share Price: सरकारी क्षेत्र की बीमा कंपनी एलआईसी ने वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही के लिए नतीजों की घोषणा की है. इस अवधि के दौरान कंपनी के मुनाफे में 50 फीसदी की गिरावट आई है. एलआईसी का मुनाफा 7,925 करोड़ रुपये रहा है जो बीते वित्त वर्ष के समान तिमाही में 15,952 करोड़ रुपये रहा था. 


स्टॉक एक्सचेंज के पास फाइल किए गए रेग्यूलेटरी फाइलिंग में एलआईसी ने कहा कि दूसरी तिमाही में नेट प्रीमियम इनकम 1,07,397 करोड़ रुपये रही है जो कि बीते वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में 1,32,631.72 करोड़ रुपये रही थी. एलआईसी के इनकम में भी गिरावट आई है. कंपनी का इनकम 2,01,587 करोड़ रुपये रहा है जो एक साल पहले समान तिमाही में 2,22,215 करोड़ रुपये रहा था. एलआईसी का ग्रॉस एनपीए 2.43 फीसदी रहा है ज इससे पहले वर्ष में समान तिमाही में 5.60 फीसदी रहा था. हालांकि नेट एनपीए में कोई बदलाव नहीं हुआ है. एलआईसी को निवेश से होने वाली आय बढ़कर 93,942 करोड़ रुपये रही है जो बीते वर्ष 84,103 करोड़ रुपये रही थी.  


एलआईसी के प्रीमियम इनकम में गिरावट निवेशकों की चिंता को बढ़ा सकता है. एक तो एलआईसी के आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशकों को वैसे ही अपने निवेश पर भारी नुकसान हो रहा है. उसपर ये तिमाही नतीजे उन्हें और निराश कर सकती है. 


मई 2022 में एलआईसी सबसे बड़ी आईपीओ लेकर आई थी. कंपनी ने 949 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बाजार से पैसे जुटाये थे. लेकिन 949 रुपये वाले शेयर शुक्रवार 10 नवंबर, 2023 को बाजार बंद होने पर 610 रुपये पर क्लोज हुआ है. यानि निवेशकों को अपने निवेश पर 36 फीसदी या 339 रुपये प्रति शेयर का नुकसान हो रहा है. एलआईसी का मार्केट कैपिटलाईजेशन घटकर 3.86 लाख करोड़ रुपये पर आ चुका है. जबकि जिस इश्यू प्राइस पर एलआईसी आईपीओ लेकर आई थी तब उसका मार्केट कैप 6 लाख करोड़ रुपये रहा था. यानि एलआईसी के मार्केट कैप ( Market Capitalization) में 2.14 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की सेंध लग चुकी है. 


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