दुनिया की मशहूर चिप बनाने वाली कंपनी Intel एक बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है. खबर है कि इस हफ्ते Intel अपने स्टाफ का 20 फीसदी से ज़्यादा हिस्सा घटाने का ऐलान कर सकती है. कंपनी के नए सीईओ लिप-बू तान, जो पिछले महीने ही पदभार संभाले हैं, मैनेजमेंट को स्लिम बनाने और इंजीनियरिंग पर फोकस बढ़ाने की दिशा में कदम उठा रहे हैं.

क्या है पूरा मामला?

एनडीटी प्रॉफिट की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी का ये कदम ब्यूरोक्रेसी कम करने और Intel की मूल पहचान, यानी टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को फिर से मजबूत करने की कोशिश का हिस्सा है. इससे पहले भी, पिछले साल अगस्त में, Intel ने करीब 15,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी. 2024 के अंत तक कंपनी के कर्मचारियों की संख्या घटकर 1,08,900 रह गई थी, जबकि 2023 में यह 1,24,800 थी. हालांकि, Intel ने इस खबर पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है.

बावजूद इसके, बाजार ने इस खबर पर पॉजिटिव रिएक्शन दिया है. न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज खुलने से पहले प्री-मार्केट ट्रेडिंग में Intel के शेयर 3.5 फीसदी तक उछल गए. हालांकि बीते 12 महीनों में कंपनी के शेयरों में लगभग 43 फीसदी की गिरावट आई है.

मुश्किल दौर से गुजर रही कंपनी

Intel का ये बदलाव उस मुश्किल दौर से निकलने की कोशिश है, जब कंपनी ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले बढ़त खो दी थी. खासकर AI कंप्यूटिंग के मामले में Nvidia जैसी कंपनियों ने बाजी मार ली है. लगातार तीन साल से गिरती बिक्री और घाटे ने Intel को गहरी मुश्किल में डाल दिया है.

लिप-बू तान, जो पहले कैडेंस डिज़ाइन सिस्टम्स से जुड़े रहे हैं, अब Intel को फिर से खड़ा करने का बीड़ा उठाए हुए हैं. उनका प्लान है कि कंपनी के गैर-ज़रूरी बिजनेस यूनिट्स को बेचा जाए और ज्यादा दमदार प्रोडक्ट्स पर फोकस किया जाए. इसी दिशा में, पिछले हफ्ते Intel ने अपनी प्रोग्रामेबल चिप यूनिट Altera का 51 फीसदी हिस्सा Silver Lake Management को बेचने का फैसला किया.

Intel को फिर से खड़ा होने में काफी समय लगेगा

तान ने हाल ही में कहा था कि Intel को अपनी इंजीनियरिंग टैलेंट वापस लानी होगी, बैलेंस शीट मजबूत करनी होगी और मैन्युफैक्चरिंग को कस्टमर की ज़रूरतों के मुताबिक ढालना होगा. गुरुवार को Intel अपनी पहली तिमाही के नतीजे पेश करेगी. माना जा रहा है कि तब तान अपनी रणनीति को और विस्तार से बताएंगे. हालांकि, वॉल स्ट्रीट के अनुमानों के मुताबिक, Intel की बिक्री में गिरावट का सबसे बुरा दौर शायद अब बीत चुका है, लेकिन कंपनी के पुराने स्तर तक लौटने में अभी काफी साल लग सकते हैं.

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