Education Loan: किसी बैंक से लोन प्राप्त करने के लिए सिबिल स्कोर का बेहतर रहना बहुत आवश्यक है. कई बार छात्रों को सिबिल स्कोर बेहतर न होने के कारण बैंक से एजुकेशन लोन नहीं मिलता है. अब इसे लेकर केरल हाईकोर्ट ने एक अहम टिप्पणी की है. जस्टिस पीवी कुन्हीकृष्णन ने बैंकों को फटकार लगाते हुए कहा कि कम सिबिल स्कोर के आधार पर छात्रों को एजुकेशन लोन देने से इनकार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने बैंकों से एजुकेशन लोन के आवेदनों पर मानवीय दृष्टिकोण अपनाने के लिए कहा.


लाइव लॉ की एक रिपोर्ट के अनुसार, केरल हाईकोर्ट इस मामले में दायर एक पीआईएल पर सुनवाई कर रहा था. कोर्ट ने कहा कि छात्र से देश का निर्माण होता है. केवल सिबिल स्कोर कम होने के आधार पर छात्र के एजुकेशन लोन एप्लीकेशन को रद्द कर देना गलत है. बैंकों को इस मामले में मानवीय पहलू पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है.


क्या है पूरा मामला?


गौरतलब है कि याचिकार्ता छात्र दे कुल दो लोन लिए थे, जिसमें से एक लोन में 16,667 रुपये ओवरड्यू हो गया था. इस कारण बैंक ने छात्र के लोन खाते को ओवरड्यू में डाल दिया था. इससे छात्र के सिबिल स्कोर पर बुरा असर पड़ा था. इसके बाद बैंक में लोन के लिए अप्लाई करने पर उसे कम सिबिल स्कोर होने के कारण एजुकेशन लोन नहीं मिल रहा था. रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे में छात्र ने हाईकोर्ट में याचिका दायर करके आग्रह किया कि उसे तुरंत बैंक से लोन मिलना चाहिए वरना उसे बड़ी परेशानी हो सकती है. ऐसे में केरल हाईकोर्ट ने इस मामले पर कहा कि बैंकों को एजुकेशन लोन सिबिल स्कोर के बजाय छात्र के भविष्य में लोन चुकाने की क्षमता के आधार पर देना चाहिए.


सिबिल स्कोर का रखें ध्यान


जीवन में कई बार आपको लोन लेने की आवश्यकता पड़ सकती है. यह लोन एजुकेशन लोन, होम लोन, कार लोन आदि किसी तरह के लोन को देने से पहले बैंक उस व्यक्ति का सिबिल स्कोर चेक करती है. अगर आपका सिबिल स्कोर सही नहीं है तो आपको लोन मिलने में परेशानी हो सकती है. कम सिबिल स्कोर होने के कारण कई हार ग्राहकों को ज्यादा ब्याज दर पर लोन मिलता है. सिबिल स्कोर को सही रखने के लिए आप सही समय पर अपने सभी लोन और क्रेडिट कार्ड के बिल का पेमेंट करें. इसके साथ ही किसी के लोन गारंटर बनने से भी बचें क्योंकि अगर वह व्यक्ति लोन का राशि अगर सही समय पर नहीं चुकाएगा जो आपके सिबिल स्कोर पर भी बुरा असर पड़ेगा. 


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