Infosys Q1 Results: देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस ने वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के लिए नतीजे घोषित कर दिए हैं. पहली तिमाही में इंफोसिस के मुनाफे में 11 फीसदी का उछाल आया है और ये 5945 करोड़ रुपये रहा है जो बीते वर्ष समान तिमाही में 5362 करोड़ रुपये रहा था. जबकि कंपनी का रेवेन्यू 10 फीसदी के इजाफे के साथ 37,933 करोड़ रुपये रहा है तो पिछले वित्त वर्ष के समान तिमाही में 34,470 करोड़ रुपये रहा था. हालांकि कंपनी ने 2023-24 के लिए ऑपरेटिंग मार्जिन गाइडेंस 20 से 22 फीसदी रहने के अनुमान को बरकरार रखा है.
इंफोसिस के ये नतीजे वैश्विक आर्थिक संकट के मद्देनजर आईटी सेक्टर के सामने खड़ी चुनौतियों की ओर इशारा कर रहे हैं. इंफोसिस ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए अपने रेवेन्यू गाइंडेस में कटौती कर दी है. इंफोसिस ने अपने रेवेन्यू गाइडेंस को 4-7 फीसदी से घटाकर 1-3.5 फीसदी कर दिया है. इन नतीजों से साफ है कि ग्लोबल स्लोडाउन का इंफोसिस के नतीजों पर असर पड़ा है.
इस नतीजे पर इंफोसिस के सीईओ सलिल पारिख ने कहा कि पहली तिमाही में हमने 4.2 फीसदी का ग्रोथ दिखाया है जो शानदार है. जबकि 2.3 बिलियन डॉलर के बड़े डील हासिल करने से भविष्य के ग्रोथ को मजबूत करने में मदद मिली है. उऩ्होंने बताया कि कंपनी 80 क्लाइंट प्रोजेक्ट्स के साथ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में विस्तार कर रही है. उन्होंने बताया कि क्लाइंट्स फाइनेंशियल सर्विसेज, मोर्टेगेजेज, हाईटेक, रिटेल और टेलीकॉम सेक्टर में खर्च को बंद या कम कर रहे हैं. डील्स को लेकर हस्ताक्षर में देरी नजर आ रही है. इसी के चलते कंपनी ने रेवेन्यू गाइडेंस को घटाया है.
इंफोसिस के एट्रीशन रेट में कमी आई है और 17.2 फीसदी इस तिमाही में रहा है. रेग्यूलेटरी फाइलिंग के मुताबिक पहली तिमाही में इंफोसिस के हेडकाउंट यानि कर्मचारियों की संख्या में 6940 की कमी आई है. 31 मार्च 2023 को कुल हेडकाउंट 3,43,234 रहा था जो घटकर 3,36,294 पर आ गया है.
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