WPI Inflation: जनता को बढ़ती महंगाई दर से कुछ राहत मिलती दिखाई दे रही है. जनवरी में थोक महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है और ये 12.96 फीसदी पर आ गई है. इसके मुकाबले दिसंबर में थोक महंगाई दर का आंकड़ा 13.56 फीसदी पर रहा था. इससे पिछले महीने यानी नवंबर में थोक महंगाई दर 14.87 फीसदी पर रही थी.


दिसंबर के थोक महंगाई दर के आंकड़े संशोधित
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक ये डेटा सामने आया है जिसमें दिसंबर के मुकाबले जनवरी में महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है. इससे पहले लगातार थोक महंगाई दर के आंकड़ों में इजाफा देखा जा रहा था. दिसंबर के थोक महंगाई दर के आंकड़ों को संशोधित करके 14.87 फीसदी किया गया है जो पहले 14.23 फीसदी पर आया था. 


एक साल पहले 2.5 फीसदी पर थी थोक महंगाई दर
एक साल पहले यानी जनवरी 2021 में थोक महंगाई दर का आंकड़ा काफी नीचे था. जनवरी 2021 में थोक महंगाई दर सूचकांक आधारित डब्ल्यूपीआई इंफ्लेशन 2.51 फीसदी पर थी. इस तरह देखा जाए तो सालाना आधार पर थोक महंगाई दर में जोरदार इजाफा देखा गया है.


जनवरी में इस कारण से बढ़ी महंगाई दर
जनवरी 2022 में महंगाई दर बढ़ने के पीछे का कारण रहा है कि खाने के तेल, मिनरल ऑयल, क्रूड और गैस के साथ पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में भी जबरदस्त इजाफा देखा गया है. बेसिक मेटल्स, कैमिकल्स और कैमिकल्स प्रोडक्ट्स के साथ फूड आर्टिकल्स के दाम में भी बढ़त दर्ज की गई है और इसी वजह से थोक महंगाई दर में जोरदार तेजी पिछले साल के मुकाबले देखी गई है. सरकारी रिलीज में ये कहा गया है.


लगातार 10 महीने से ऊंचाई पर बनी हुई है WPI Inflation
दिसंबर, 2021 में थोक मुद्रास्फीति 13.56 प्रतिशत और जनवरी, 2021 में 2.51 प्रतिशत पर थी. थोक मुद्रास्फीति अप्रैल, 2021 से लगातार दसवें माह 10 प्रतिशत से ऊंची बनी हुई है. आंकड़ों के अनुसार, जनवरी, 2022 में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति बढ़कर 10.33 प्रतिशत पर पहुंच गई. दिसंबर, 2021 में यह 9.56 प्रतिशत थी.


खाने-पीने की वस्तुओं के दाम बढ़े
इसी तरह समीक्षाधीन महीने में सब्जियों की मूल्यवृद्धि 34.85 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो पिछले महीने 31.56 प्रतिशत थी. दालों, अनाज और धान की मद्रास्फीति माह-दर-माह आधार पर बढ़ी. अंडा, मांस और मछली की मुद्रास्फीति जनवरी में 9.85 प्रतिशत रही. दूसरी ओर आलू के दाम माह के दौरान 14.45 प्रतिशत और प्याज के 15.98 प्रतिशत कम हुए.


पेट्रोलियम उत्पादों की दर बढ़ी
विनिर्मित वस्तुओं की मुद्रास्फीति जनवरी में घटकर 9.42 प्रतिशत पर आ गई. दिसंबर, 2021 में यह 10.62 प्रतिशत थी. जनवरी में ईंधन और ऊर्जा खंड में मुद्रास्फीति 32.27 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 32.30 प्रतिशत थी. 


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