IndiGo Airlines Crisis: इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों में हो रही गड़बड़ियां आठवें दिन भी जारी रहीं. मंगलवार को एयरलाइन ने देश के छह प्रमुख हवाई अड्डों से कुल 422 उड़ानें रद्द कर दीं. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इन रद्द उड़ानों में से अकेले दिल्ली हवाई अड्डे पर 152 और बेंगलुरु में 121 उड़ानें रद्द की गईं. हैदराबाद में 58, मुंबई में 41 और चेन्नई में 50 से अधिक उड़ानों को रद्द किया गया. लगातार उड़ान रद्द होने से यात्रियों में भारी परेशानी और असमंजस की स्थिति बनी रही.
उड़ानों में लगातार हो रहे व्यवधान को देखते हुए सरकार ने हस्तक्षेप किया है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शीतकालीन कार्यक्रम के दौरान इंडिगो की उड़ान सेवाओं में 5% की कटौती का आदेश दिया है. इसके साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि एयरलाइन द्वारा स्वीकृत कार्यक्रम का पालन नहीं करने पर उसके स्लॉट्स अन्य एयरलाइनों को उपलब्ध कराए जाएंगे. सरकार का कहना है कि इंडिगो अपने विस्तारित शेड्यूल को संभालने में विफल रही है, इसलिए यह कदम उठाना जरूरी हो गया था.
इंडिगो – देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन
गुरुग्राम स्थित इंडिगो एयरलाइंस भारत के घरेलू उड्डयन क्षेत्र में 65% से अधिक मार्केट शेयर के साथ सबसे बड़ी एयरलाइन है. सोमवार को कंपनी ने छह हवाई अड्डों से 560 से अधिक उड़ानें रद्द की थीं. डीजीसीए ने यह भी बताया कि एयरलाइन ने विंटर शेड्यूल 2024 की तुलना में अपनी उड़ानों में लगभग 9.66% की बढ़ोतरी की है, जबकि समर शेड्यूल 2025 के मुकाबले 6.05% वृद्धि की गई है. परंतु कंपनी इस विस्तार को सुचारू रूप से संचालित करने में सक्षम नहीं रही, जिसका परिणाम बड़े पैमाने पर उड़ान रद्द होने के रूप में सामने आया.
इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने मंगलवार को जारी एक वीडियो बयान में कहा कि कंपनी का परिचालन अब धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है. उन्होंने कहा कि रद्द या विलंबित उड़ानों के यात्रियों को टिकट का पूरा शुल्क वापस किया जा रहा है और लाखों ग्राहकों को रिफंड भेजा भी जा चुका है. हालांकि उन्होंने मुआवजे (Compensation) के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी, जबकि नियमों के अनुसार, दो सप्ताह के भीतर सूचना न देने पर एयरलाइंस को यात्रियों को अनिवार्य रूप से मुआवजा देना होता है.
यात्रियों की परेशानी और सामान की स्थिति
पीटर एल्बर्स ने यह भी बताया कि हवाई अड्डों पर फंसा अधिकांश सामान ग्राहकों के घरों तक पहुंचा दिया गया है. अभी भी जो बैग बचे हैं, उन्हें जल्द भेजने के लिए टीम काम कर रही है. कंपनी का कहना है कि पहले चरण में उनका लक्ष्य फंसे हुए यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाना था और इसके बाद रिफंड की प्रक्रिया शुरू की गई.
सीईओ के अनुसार, 5 दिसंबर को जहां कंपनी केवल 700 उड़ानें ही संचालित कर पाई थी, वहीं बाद के दिनों में उड़ानों की संख्या धीरे-धीरे बढ़कर 6 दिसंबर को 1,500, 7 दिसंबर को 1,650, 8 दिसंबर को 1,800 और 9 दिसंबर को 1,800 से अधिक हो गई. सोमवार तक इंडिगो अपने नेटवर्क के सभी 138 गंतव्यों के लिए उड़ानें संचालित कर रही थी और समयबद्धता (On-time performance) भी सामान्य होने लगी थी.
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