India To Revive Minesweepers Plan: हाल में भारतीय सेना के तीनों अंगों के जांबाजों ने किस तरह से पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर के अंदर मिसाइल से आतंकी कैंपों को ध्वस्त किया और ऑपरेशन सिंदूर के तहत दुश्मन देश से आने वाले हर एक मिसाइल और ड्रोन को मार गिराया, ये सब कुछ पूरी दुनिया ने देखा. लेकिन, भारत अब वो 44,000 करोड़ वाला प्लान बनाने जा रहा है, जिसके बाद आसमान तो क्या पानी के अंदर से भी कोई बुरी निगाहों से भारत की तरफ नहीं देख पाएगा.
भारत सरकार ने आसमान के साथ अब समुद्र के अंदर अपनी ताकत बढ़ाने के लिए नौसेना को और मजबूत करने का फैसला किया है और इसके लिए 44,000 करोड़ का प्लान बनाया है. इसके तहत 12 ऐसे खास युद्धपोत बनाए जाएंगे जो समुद्र में छिपी बारुदी सुरंगों का पता लगाकर उसे नष्ट कर पाएंगे.
भारत का 44,000 करोड़ वाला खास प्लान
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, लंबे समय अटके इस प्रोजेक्ट को जल्द की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की नेतृत्व वाली डिफेंस एक्विजेशन काउंसिल के सामने रखा जाएगा. इसके तहत 12 एडवांस्ड माइनस्वीपर्स यानी माइन काउंटर मिजर वेसल्स (MCMVs) की खरीद को मंजूरी दी जाएगी.
इस युद्धपोत से दुश्मन के किसी भी उस कोशिश को नाकाम किया जाएगा, जिसमें उसकी कोशिश बंदरगाहों, जहाज या फिर समुद्री व्यापार को नुकसान करने की कोई कोशिश होगी.
चीन के खतरे के बीच अहम युद्धपोत
ऐसा माना जा रहा है कि चीन और पाकिस्तान से चुनौतियों के बीच ये माइनस्वीपर्स पानी के अंदर भारत के लिए तुरुप का पत्ता साबित हो सकता है. चीन नियमित तौर पर हिंद प्रशांत क्षेत्र में आता रहता है, वे पानी के अंदर चुपचाप माइन्स बिछा सकता है. पाकिस्तान भी तेजी के साथ पानी के अंदर अपनी ताकत बढ़ा रहा है. चीन की तरफ से आठ यूआन क्लास डीजल इलैक्ट्रिक सबमरीन दिया जाएगा.
ऐसे में इस वक्त भारत के पास एक भी माइनस्वीपर्स नहीं है और ये भारतीय नौसेना के लिए अलार्मिंग है. कई साल पहले छह करवार क्लास और दो पुडुच्चेरी क्लास माइनस्वीपर्स को रिटायर किया जा चुका है. ऐसे में कंट्रैक्ट साइन होने के बाद पहले माइन स्वीपर्स पाने में भारत को सात से आठ साल का वक्त लग सकता है.