Direct Tax Collection: मौजूदा वित्त वर्ष 2023-24 में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (Direct Tax Collection)  22 फीसदी के उछाल देखने को मिला है. एक अप्रैल से 9 नवंबर 2023 की अवधि 10.60 लाख करोड़ रुपये डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन रहा है. मौजूदा वित्त वर्ष के लिए बजट में तय लक्ष्य का 58 फीसदी प्रत्यक्ष कर सरकार की झोली में आ चुका है.

  


सीबीडीटी ने डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का प्रॉविजनल डेटा जारी किया है जिसके मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष 2023-24 में 9 नवंबर, 2023 तक डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में स्थिर ग्रोथ देखने को मिला है., डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 12.37 लाख करोड़ रुपये रहा है जो कि बीते वित्त वर्ष के मुकाबले 17.59 फीसदी ज्यादा रहा है. टैक्सपेयर्स को जो रिफंड जारी किया गया है उसे छोड़ दें तो नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 10.60 लाख करोड़ रुपये रहा है जो कि बीते वित्त वर्ष 2022-23 में समान अवधि के मुकाबले 22 फीसदी ज्यादा रहा है. सीबीडीटी के कुल डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 2023-24 के बजट अनुमान का 58.15 फीसदी रहा है. 






डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में कॉरपोरेट इनकम टैक्स में 7.13 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. जबकि पर्सनल इनकम टैक्स में 28.29 फीसदी का उछाल रहा है. अगर सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स को इसमें जोड़ दें तो कुल पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन में 27.98 फीसदी का उछाल रहा है. 


टैक्सपेयर्स को जारी किए गए रिफंड के एडजस्टमेंट के बाद कॉरपोरेट इनकम टैक्स कलेक्शन में 12.48 फीसदी और पर्सनल इनकम टैक्स के कलेक्शन में 31.77 फीसदी का उछाल रहा है. और एसटीटी को इसमें शामिल कर दें ग्रोथ रेट 31.26 फीसदी रहा है.  इनकम टैक्स विभाग ने इस दौरान एक अप्रैल से 9 नवंबर 2023 के बीच 1.77 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी कर दिया है. 


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