India GDP Growth: भारतीय अर्थव्यवस्था ने अमेरिकी भारी- भरकम टैरिफ के बावजूद भी अपनी मजबूती पूरी दुनिया को दिखा दी हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था ने दूसरी तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया हैं. चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी 8.2 प्रतिशत की तेजी से बढ़ी हैं.

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आंकड़ों की बात करें तो, यह नतीजे पिछले 6 तिमाहियों के नतीजों में सबसे ज्यादा है. जिससे भारत की बढ़ती और मजबूत होती अर्थव्यवस्था का अनुमान लगाया जा सकता हैं. 

जीडीपी ग्रोथ उम्मीद से रही ज्यादा 

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पिछली तिमाही के नतीजों की बात करें तो, जीडीपी में वृद्धि 7.8 प्रतिशत रही थी. वहीं, इस तिमाही यह 8.2 फीसदी के आंकडे पर पहुंच गई. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 7 प्रतिशत और कुछ इकोनॉमिस्ट्स ने इसे 7.3 फीसदी का वृद्धि अनुमान लगाया था. हालांकि, परिणाम इससे बेहतर रहे हैं.

केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी कटौती का फैसला, त्योहारों से पहले स्टॉकिंग में तेजी और ग्रामीण क्षेत्रों में फिर से मांग बढ़ना इसके मुख्य कारण हो सकते हैं. 

एक्सपर्ट का क्या हैं कहना?

एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान दिल्ली यूनिवर्सिटी की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. आस्था आहुजा ने कहा कि, दूसरे तिमाही के जीडीपी नतीजे हर देशवासी के चेहरे पर खुशी ले कर आते हैं. जीडीपी ग्रोथ 8.2 फीसद रही है, ऐसे समय में जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने हमारे ऊपर टैरिफ लगाया हुआ है. उन्होंने नतीजों पर खुशी जाहिर की हैं. हालांकि, उन्होंने कुछ सवालों के जवाब खोजने की बात भी कही हैं.

आस्था ने कहा कि, हम जो बेस ईयर(2011-12) इस्तेमाल करते हैं, वो काफी पुराना है. साथ ही उन्होंने इनफॉर्मल सेक्टर के ग्रोथ डेटा के न होने की बात भी कही हैं. फॉर्मल जॉब ग्रोथ को लेकर भी उन्होंने अपनी राय दी है. उन्होंने कहा कि, अक्टूबर में इसमें 20 फीसदी की गिरावट है. अमेरिकी टैरिफ की अनिश्चितता पर उन्होंने बात की. उन्होंने कहा कि, आने वाले समय में इसका असर नजर आएगा.   

अमेरिकी टैरिफ का नहीं दिखा असर

घरेलू डिमांड बढ़ने से भारतीय जीडीपी को पुश करने में मदद मिली हैं. आज के आकंड़ों से स्पष्ट तौर पर पता चलता है कि, अमेरिकी टैरिफ भी भारत का कुछ नहीं बिगाड़ सकी. इतने भारी-भरकम टैरिफ के बीच भी भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी देखने को मिली है. 

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