India Forex Reserves: विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा देखने को मिला है. 22 मार्च को खत्म हुए सप्ताह में आरबीआई का फॉरेक्स रिजर्व 140 मिलियन डॉलर के उछाल के साथ 642.63 बिलियन डॉलर पर जा पहुंचा है. बीते दो सालों में विदेशी मुद्रा भंडार का ये सबसे उच्च लेवल है. 


29 मार्च 2024 को बैंकिंग सेक्टर के रेग्यूलेटर भारतीय रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा भंडार का डेटा जारी किया है. आरबीआई ने बताया कि इस दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 140 मिलियन डॉलर के उछाल के साथ 642.63 बिलियन डॉलर पर जा पहुंचा है जो इसके पहले हफ्ते में 642.492 बिलियन डॉलर रहा था. हालांकि आरबीआई के डेटा के मुताबिक इस अवधि में दौरान विदेशी करेंसी एसेट्स में गिरावट देखने को मिली है. विदेशी करेंसी एसेट्स 123 मिलियन डॉलर घटकर 568.26 बिलियन डॉलर पर आ चुका है. गोल्ड रिजर्व में भी उछाल देखने को मिला है. गोल्ड रिजर्व 347 मिलियन डॉलर बढ़कर 51.48 बिलियन डॉलर हो गया है. एसडीआर में कमी आई है और ये 57 मिलियन डॉलर की कमी के साथ 18.21 बिलियन डॉलर रहा है. आईएमएफ के पास रिजर्व भी घटा है और ये 27 मिलियन डॉलर की कमी के साथ 4.66 बिलियन डॉलर रहा है. 


अक्टूबर 2021 में आरबीआई का विदेशी मुद्रा भंडार 645 बिलियन डॉलर के रिकॉर्ड हाई पर जा पहुंचा था.  रूस और यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद कमोडिटी के दामों में तेज उछाल के बाद आरबीआई के विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी और ये घटकर 525 बिलियन डॉलर तक आ गया था.मौजूदा समय में फॉरेक्स रिजर्व उस रिकॉर्ड के बेहद करीब है. आने वाले दिनों में ये उम्मीद की जा रही कि विदेशी मुद्रा भंडार में और भी उछाल आ सकता है.


ये माना जा रहा है कि डॉलर के मुकाबले रुपये में आए रिकॉर्ड गिरावट के बाद आरबीआई ने रुपये को थामने के लिए हाल के दिनों में डॉलर की बिकवाली की है.  डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी को थामने के लिए भी आरबीआई को दखल देना पड़ा जिसके चलते विदेशी मुद्रा भंडार में कमी देखने को मिलती है. घरेलू करेंसी को संभालने या डॉलर के मुकाबले गिरावट रोकने के लिए आरबीआई जब दखल देता है तब विदेशी मुद्रा भंडार में बदलाव आता है.  


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