World’s 20 largest economies: साल 2025 ग्लोबल इकोनॉमी के लिए उतार-चढ़ाव वाला रहा. शुरुआत भले ही मजबूती के साथ हुई, लेकिन बाद में धीरे-धीरे मंदी के कगार पर आ गई. इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) ने अनुमान लगाया है कि वैश्विक विकास दर 2024 में 3.3 परसेंट से घटकर 2025 में 3.2 परसेंट और 2026 में 3.1 परसेंट हो जाने की उम्मीद है. IMF ने दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के लिए जीडीपी ग्रोथ 2025 और 2026 दोनों में 1.6 परसेंट रहने का अनुमान लगाया है, जो पिछले साल के मुकाबले 0.2 परसेंट अंक गिरा है.
IMF के अक्टूबर 2025 के पूर्वानुमानों के मुताबिक, 2026 में ग्लोबल इकोनॉमी को बैलेंस होने की दिशा में कुछ चुनौतियों का सामना करना होगा. IMF ने इकोनॉमी के मंदी की चपेट में आने व आगे और ज्यादा गिरावट आने के जोखिम को लेकर चेताया है. IMF ने 'डेटामैपर' की मदद से अनुमान लगाया है कि 2026 में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं कौन-कौन सी होंगी यानि कि किन देशों का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) ज्यादा होगा. आइए देखते हैं कि लिस्टमें कौन-कौन से देश हैं और भारत किस नंबर पर है?
दुनिया की 20 सबसे बड़ी इकोनॉमी
- 31.82 ट्रिलियन डॉलर के साथ अमेरिका
- 20.65 ट्रिलियन डॉलर के साथ चीन
- 5.32 ट्रिलियन डॉलर के साथ जर्मनी
- 4.5 ट्रिलियन डॉलर के साथ भारत
- 4.46 ट्रिलियन डॉलर के साथ जापान
- 4.22 ट्रिलियन डॉलर के साथ यूनाइटेड किंगडम
- 3.55 ट्रिलियन डॉलर के साथ फ्रांस
- 2.7 ट्रिलियन डॉलर के साथ इटली
- 2.5 ट्रिलियन डॉलर के साथ रूस
- 2.42 ट्रिलियन डॉलर के साथ कनाडा
- 2.29 ट्रिलियन डॉलर के साथ ब्राजील
- 2.04 ट्रिलियन डॉलर के साथ स्पेन
- 2.03 ट्रिलियन डॉलर के साथ मेक्सिको
- 1.94 ट्रिलियन डॉलर के साथ ऑस्ट्रेलिया
- 1.93 ट्रिलियन डॉलर के साथ साउथ कोरिया
- 1.57 ट्रिलियन डॉलर के साथ तुर्किये
- 1.55 ट्रिलियन डॉलर के साथ इंडोनेशिया
- 1.41 ट्रिलियन डॉलर के साथ नीदरलैंड्स
- 1.31 ट्रिलियन डॉलर के साथ सऊदी अरब
- 1.1 ट्रिलियन डॉलर के साथ पोलैंड
चीन और अमेरिका के हालात
ग्लोबल इकोनॉमी में चीन और अमेरिका का दबदबा बहुत ज्यादा है. हालांकि, दोनों ही देश बिल्कुल अलग-अलग वास्तविकताओं का सामना कर रहे हैं. जहां एक ओर अमेरिका ट्रेड वॉर और टैरिफ के चलते चीजों की कीमतें बढ़ने से मॉडरेट ग्रोथ का लक्ष्य रखा है. वहीं, दूसरी ओर चीनी अर्थव्यवस्था के 4 परसेंट की दर से बढ़ने की संभावना है.
लगातार आगे बढ़ रहा भारत
इस बीच, ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody's) ने भारतीय इकोनॉमी के मौजूदा साल 2025 में 7 परसेंट, 2026 में 6.4 परसेंट की दर से और 2027 में 6.5 परसेंट की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया है. मूडीज ने 'ग्लोबल मैक्रो आउटलुक' नाम से जारी अपनी रिपोर्ट में इसका जिक्र किया है. मजबूत घरेलू मांग, सर्विस सेक्टर के बढ़ते दायरे और इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकारी खर्च से इस ग्रोथ को सपोर्ट मिलेगा.
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