Home Renovation Loan: बैंक और एनबीएफसी कंपनियां लोगों को घर के रिनोवेशन करने के लिए भी कर्ज देती हैं. इस तरह का लोन खासतौर पर घर के मालिकों को अपने घर के सुधार करने के लिए कवर किया जाता है. अगर आप अपने पुराने घर को नए तरीके से डिजाइन कराना चाहते हैं या फिर नया करना चाहते हैं तो इस तरह का लोन ले सकते हैं. घर की लागत को कम करने के लिए इस तरह का लोन दिया जाता है. 


यह लोन काफी पापुलर है, जो ज्‍यादातर बैंक, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) और आवास वित्तीय कंपनियां (एचएफसी) की ओर से पेश किया जाता है. होम लोन का उपयोग कई प्रकार के घर में सुधार के भुगतान के लिए किया जा सकता है. जैसे अगर आप रसोई या बाथरूम को फिर से तैयार करना, एक नया कमरा या अतिरिक्‍त कमरा एड करना या पाइपलाइन, इलेक्ट्रिक और घर की एनर्जी में सुधार करना है. 


कितना मिलेगा लोन अमाउंट 


अगर आप घर के रिनोवेशन के लिए लोन ले रहे हैं तो आप पर्सनल लोन 5 लाख रुपये तक ले सकते हैं, जबकि 25 लाख रुपये तक का घर के रिनोवेशन के लिए लोन ले सकते हैं. हालांकि ये कर्जदाता के ऊपर निर्भर करता है कि वह कितने तक का लोन देगा. साथ ही ग्राहक की संपत्ति और अन्‍य दस्‍तावेजों के आधार पर भी लोन अमाउंट दिया जाता है.   


कितना देना होगा ब्‍याज दर 


अगर आप होम रिनोवेशन के लिए लोन लेते हैं तो बैंक होम लोन से ज्‍यादा ब्‍याज चार्ज करेंगे, क्‍योंकि इस तरह से जुड़ा लोन जोखिम भरा होता है. फ्लोटिंग ब्‍याज दरों पर होम लोन दिया जाता है. होम लोन की ब्‍याज दर क्रेडिट स्‍कोर, लोन अमाउंट, नियोक्‍तस की प्रोफाइल और बिजनेस आदि को ध्‍यान में रखकर दी जाती है. पर्सनल लोन की तुलना में इसकी ब्‍याज दरें कम हैं, जो 8 फीसदी से 12 फीसदी तक हो सकता है. लोन चुकाने की अवधि 20 साल तक हो सकती है. 


किसे मिलेगा ये लोन 


आपको भारत का नागरिका होना चाहिए.  साथ ही इनकम के नियमित सोर्स होने चाहिए. आपकी उम्र 21 साल होनी चाहिए और क्रेडिट स्‍कोर भी अच्छा होना चाहिए. आपको आय और रोजगार का प्रमाण, अच्छा क्रेडिट स्कोर और स्थिर फाइनेंस हिस्‍ट्री भी देना पड़ सकता है. 


किन दस्‍तावेजों की आवश्‍यकता 


भारत में होम रिनोवेशन के लिए आवश्यक दस्तावेजों में पहचान, पता, आय और रोजगार का प्रमाण देना होगा. आपको संपत्ति के मालिकाना हक और कालेटरल का प्रमाण, अनुमानित मरम्मत लागत भी देना होगा. 


टैक्‍स छूट 


अगर आप यह लोन लेते हैं तो कजदार व्‍यक्ति धारा 24 (बी) के तहत कर कटौती के तहत सालाना 30 हजार रुपये तक के ब्‍याज का दावा कर सकते हैं. यह कटौती खुद के घर पर 2 लाख रुपये तक ब्‍याज के भुगतान पर किया जा सकता है. 


ये भी पढ़ें 


Highest Average Salary in India: ज्‍यादा सैलरी देने के मामले में मुंबई और बेंगलुरु से आगे निकला ये शहर, राज्‍यों में टॉप पर यूपी