कोरोना महामारी शुरू होने के बाद लोग हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर बहुत सजग और सचेत हो गए हैं. लोग आजकल बड़ी संख्या में हेल्थ इंश्योरेंस का लाभ उठा रहे हैं. इसके साथ ही भारत में हर साल करोड़ों बच्चे जन्म लेते हैं. बच्चे के जन्म का समय बच्चे के माता पिता के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस समय उन्हें इमोशनल के साथ-साथ आर्थिक मजबूती की जरूरत पड़ती है. आजकल बच्चे के जन्म के समय बहुत ज्यादा पैसों की आवश्यकता पड़ती है. ऐसे में महिलाएं स्वास्थ्य बीमा लेते वक्त सही बीमा पॉलिसी चुन सकते हैं. अगर आप भी भविष्य में बच्चे की प्लानिंग कर रही है तो आप एक अच्छी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का चुनाव करें.


अगर आप बाकी बीमारियों के साथ-साथ मैटरनिटी इंश्योरेंस की सुविधा प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इन बातों का ध्यान रखें. तो चलिए जानते हैं.....


लोगों को देती है आर्थिक मदद
अगर आप मैटरनिटी खर्चे को हेल्थ इंश्योरेंस में शामिल करते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको बच्चे के जन्म में होने वाले खर्चों से मुक्ति मिलेगी. कई फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का यह मानना है कि आगर महिलाएं बच्चे की भविष्य में प्लानिंग करने की सोच रही है तो ऐसी स्थिति में मैटरनिटी खर्चे को हेल्थ इंश्योरेंस में शामिल करना बहुत लाभकारी हो सकता है.


मैटरनिटी बेनिफिट क्या है?
आपको बता दें कि बच्चे के जन्म के समय एक महिला को जितना मैटरनिटी की कास्ट और ऑपरेशन और दवाई के खर्चों में पैसे लगते हैं वह सभी कुछ इस इंश्योरेंस पॉलिसी में शामिल किया जाता है. इसके साथ ही बच्चे के जन्म के बाद के उसके हेल्थ केयर खर्चों में भी इसे शामिल किया जाता है. इसमें अस्पताल का खर्चा, दवाई , टेस्ट आदि शामिल हैं.


मिलते हैं यह फायदे-
-सिजेरियन डिलीवरी का खर्च
-दवा हॉस्पिटल का बिल
-बच्चे के उपचार का खर्च
-मां के उपचार का खर्च शामिल


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