नई दिल्लीः जीएसटी कलेक्शन सितंबर 2019 में घटकर 91,916 करोड़ रुपये रह गया. यह अगस्त की तुलना में 6286 करोड़ रुपये कम है. अगस्त में जीएसटी कलेक्शन 98,202 करोड़ रुपये रहा था. पिछले 19 माह में यह सबसे कम कलेक्शन रहा है. सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.
जीएसटी कलेक्शन में कमी से अर्थव्यवस्था में सुस्ती का संकेत मिलता है. उपभोक्ता मांग घटने की वजह से अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त पड़ी है. वित्त मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक यह लगातार दूसरा महीना है जबकि जीएसटी कलेक्शन घटा है. एक साल पहले इसी महीने (सितंबर, 2018) में जीएसटी कलेक्शन 94,442 करोड़ रुपये रहा था. सितंबर में राजस्व पिछले साल के इसी महीने में जुटाए गए राजस्व की तुलना में 2.67 फीसदी कम रहा.
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जीएसटी एक जुलाई, 2017 को लागू किया गया था. कई केंद्रीय और राज्य टैक्स जैसे कि उत्पाद शुल्क, सर्विस टैक्स और वैट इसमें शामिल हो गए थे. जीएसटी कलेक्शन आर्थिक गतिविधियों का संकेतक है और इसमें कमी का मतलब अर्थव्यवस्था का सुस्त होना है. हालांकि, जानकारों को उम्मीद है कि त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने की वजह से अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन का आंकड़ा बेहतर रहेगा.
मुख्य आर्थिक सलाहकार ने जताई उम्मीद मुख्य आर्थिक सलाहकार के वी सुब्रमणियम ने कहा कि कंपनी टैक्स की दर में कटौती से निवेश बढ़ेगा और इसके असर से जीएसटी कलेक्शन का लक्ष्य हासिल होना चाहिए. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले महीनों में जीएसटी कलेक्शन बेहतर होगा. यह पूछे जाने पर कि सरकार कंपनी टैक्स में कटौती के कारण 1.45 लाख करोड़ रुपये के राजस्व में कमी की भरपाई कैसे करेगी, उन्होंने कहा कि लक्ष्य हासिल करने के लिये विनिवेश समेत राजस्व के अन्य स्रोतों पर जोर होगा.
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वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘सितंबर में सकल जीएसटी कलेक्शन 91,916 करोड़ रुपये रहा. इसमें केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) का हिस्सा 16,630 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी (एसजीएसटी) का 22,598 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) का हिस्सा 45,069 करोड़ रुपये और उपकर का हिस्सा 7,620 करोड़ रुपये रहा.’
देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में घटकर पांच फीसदी यानी छह साल के निचले स्तर पर आ गई है. इस वजह से सरकार ने अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए कई कदम उठाए हैं. इन्हीं कदमों के तहत कॉरपोरेट कर की दर में भारी कटौती की गई है. इस कटौती का प्रभाव 1.45 लाख करोड़ रुपये रहेगा.
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छह महीने में 6.06 लाख करोड़ रुपये रहा जीएसटी कलेक्शन चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से सितंबर की छह माह की अवधि में जीएसटी कलेक्शन 6.06 लाख करोड़ रुपये रहा है. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 5.78 लाख करोड़ रुपये रहा था.
अगस्त महीने के लिए कुल 75.94 लाख रिटर्न दाखिल वित्त मंत्रालय ने कहा है कि अगस्त महीने के लिए कुल 75.94 लाख रिटर्न दाखिल किए गए हैं. बयान में कहा गया है कि सरकार ने नियमित निपटान के तहत माह के दौरान आईजीएसटी से 21,131 करोड़ रुपये के सीजीएसटी और 15,121 करोड़ रुपये के एसजीएसटी का निपटान किया.
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